भारत की दुतीचंद की अनोखी कहानी, सुनकर बोल पड़ेंगे जय हिंद

एक ओर विश्व कप सेमीफाइनल में विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी जैसे दिग्गज सितारों की असफलता की वजह से टीम इंडिया क्रिकेट वर्ल्ड कप से बाहर हो गई तो दूसरी तरफ भारतीय धाविका दुतीचंद ने इटली के नेपल्स में 30वें वर्ल्ड समर यूनिवर्सिटी गेम्स की 100 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। वे यह उपलब्धि हासिल करने वाली देश की पहली महिला एथलीट बन गई हैं। दुतीचंद की सफलता की अनोखी कहानी सुनकर आप भी जय हिंद बोल पड़ेंगे।
महज 11.32 सेकंड में रचा इतिहास : भारतीय धाविका ने 11.32 सेकंड में रेस पूरी की और वे पहले स्थान पर रहीं। उनके नाम 100 मीटर में 11.24 सेकंड का राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी दर्ज है। दूती ने लिखा कि कई वर्षों की मेहनत और दुआओं से मैंने एक बार फिर 100 मीटर में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में स्वर्ण पदक जीता है।

तुम मुझे जितना पीछे खींचोगे, मैं उतनी मजबूती से वापस आऊंगी : दुतीचंद ने मई में ही अपने समलैंगिक होने की बात को सार्वजनिक किया था, जिसके बाद वे सुर्खियों में रही थीं। भारतीय धाविका ने अपना पदक जीतने के बाद खुशी जताते हुए इसकी तस्वीर और मस्कट के फोटो को ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा, ‘तुम मुझे जितना पीछे खींचोगे, मैं उतनी मजबूती से वापस आऊंगी।’

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