बिजली न आने से आक्रोशित सड़क जाम किये ग्रामीणों के ऊपर बारह धाराओं मे मुकदमा दर्ज... | Soochana Sansar

बिजली न आने से आक्रोशित सड़क जाम किये ग्रामीणों के ऊपर बारह धाराओं मे मुकदमा दर्ज…

@आशीष सागर दीक्षित,बाँदा

बाँदा। जसपुरा ब्लॉक के पैलानी डेरा, पेट्रोलपंप के आगे कुशवाहा डेरा के ग्रामीण पिछले एक महीने से ज्यादा समय से बिजली न आने के चलते आक्रोशित थे। उन्होंने बिजली विभाग के जेई और एसडीओ के तानाशाही, लापरवाही पूर्ण बर्ताव से आहत होकर बीते शुक्रवार सड़क जाम किया था। इस धरने का मुख्य कारण ट्रांसफार्मर न लगाया जाना था।

कुशवाहा डेरा के लोग गुस्साए महिलाओं, युवाओं, किसानों को लेकर रोड पर बैठ कर आंदोलन कर रहे थे। प्रदर्शन कारी नारेबाजी करते हुए बिजली विभाग के अधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे। वहीं उन्होंने सड़क जाम कर दिया। यह सबकुछ प्रशासन पर दबाव बनाने के मद्देनजर किया गया ताकि उनकी समस्या का हल हो सके। इस पूरे घटनाक्रम मे बिजली विभाग के अधिकारी तो नहीं पहुंचें लेकिन ग्रामीणों पर वर्दी की रुतबेदारी को विख्यात पैलानी थाना प्रभारी निरीक्षक एसआई सुखराम सिंह फौज-फाटे के साथ पहुंच गए। पुलिसकर्मियों ने एसएचओ की अगुआई मे जाम खुलवाने का प्रयास किया। इस दरम्यान एक मरीज भी फंस गया। फ़िर क्या था मौका और दस्तूर दोनों था। हल्के के थाना प्रभारी की लोगों से नोकझोंक होने लगी।

धरना करने वाले नेतृत्व कर्ता जो एफआईआर मे नामजद है मसलन पवन, हरिशंकर, हरिओम, बउवा, पप्पू,लालू यादव सहित क्षेत्र के सपा नेता पुष्पेंद्र सिंह चुनाले की सोशल मीडिया पोस्ट से मिली जानकारी मुताबिक पुलिस बल ने धरना स्थल पर पहुंचकर महिलाओं को धकियाते हुए युवाओं के ऊपर मरीज को जाने देने का दबाव लिया। वहीं नारेबाजी से दुराग्रह रखकर जेल जाने की बात कही। जैसा वो वीडियो मे बोलते दिखते है। जाम खुलने के बाद बिजली तो नही सुधरी लेकिन धरना करने वालों के मुख्य लोगों को एफआईआर मे 12 धाराओं मे नामजद किया। वहीं 60 महिलाओं/पुरूषों व लोगों पर कुल्हाड़ी, लाठी,डंडा से हमला करने,सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान और आरक्षी सत्येंद्र को कटे ड्रम जिसमें पानी भरा था मे डुबोने व सत्येंद्र पर जानलेवा हमला (हत्या का प्रयास) के आरोप लगाते हुए संगीन धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।

बारह संगीन धाराओं पर मुकदमा दर्ज

पैलानी डेरा के पेट्रोलपंप से आगे कुशवाहा डेरा के धरना कारियों पर थाना प्रभारी सुखराम सिंह द्वारा अपराध संख्या 0217/2025 की धारा बीएनएस 191(2), 191(3),190,121(1),132,125,126(2),115 (2),109 व आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम 1932 की धारा 7, सार्वजनिक संपति नुकसान निवारण एक्ट 1984 की धारा 3 और 5 के तहत थाना पैलानी मे 6 सितंबर को मुकदमा लिखाया गया है।

ग़ौरतलब कि अपर एसपी शिवराज सिंह ने कुछ अराजक तत्वों पर महिलाओं, लोगों को उकसाकर सड़क जाम करने की बात कहते हुए विधिक कार्यवाही करने का बयान दिया है। इस मुकदमे से खौफजदा जनता के अंदर राज्य सरकार के पुलिसिया तंत्र पर आक्रोश और क्षेत्र के जलशक्ति मंत्री/विधायक पर नाराजगी है। उन्होंने इसको गैर लोकतांत्रिक कदम बतलाते हुए आलोचना की है। साथ ही एसएचओ सुखराम सिंह को लगातार आंदोलन कर्मियों पर ऐसे मुकदमे लिखने का शौकीन बताया है। उल्लेखनीय है जून माह मे ग्राम सांडी की महिलाओं पर मौरम खदानों से झूठी तहरीर लेकर केस दर्ज हुआ था। वे किसान अपने ज़मीन और ग्रामसभा से मौरम निकासी का विरोध किये थे। पैलानी मे 6 सितंबर को जिन ग्रामीणों पर आज मुकदमा लिखा है किसान व सपा नेता पुष्पेंद्र चुनाले कहतें है कि , ये वही पैलानी डेरा के लोग हैं जिन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव मे वोटर लिस्ट मे कुल अंकित 1194 मतदाताओं मे से 1073 लोगों ने उपस्थित होकर भाजपा के पक्ष में दिए थे और 94% रिकार्ड मतदान किया था और संपूर्ण मतदान भाजपा के पक्ष मे इस बूथ में बीएसपी को तीन और सपा को एक वोट मिला था । बाकी सारा वोट भाजपा का था, आज निर्दोष लोगों पर 12 गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखना निंदनीय है और पीड़ादायक है ।

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