@आशीष सागर दीक्षित, बाँदा।
- बीते 4 जून से खुदा पड़ा है देवनगर (झील के पुरवा) का मुख्य नाला लेकिन अवैध कब्जे धारियों की बदौलत निर्माण नही हो पा रहा है।
- नगरपालिका अंतर्गत वार्ड 16 देवनगर (झील का पुरवा) स्थित निर्माणधीन नाला के सरकारी जमीन पैमाइश कराने की मांग मुहल्ले वासियों ने की है ताकि अतिक्रमण मुक्त हो सार्वजनिक नाला।
बाँदा । नगरपालिका अंतर्गत वार्ड 16 देवनगर (झील का पुरवा) के निवासीयों का मुकद्दर ऐसा है कि नाला निर्माण का शुभ मुहूर्त ही नही निकल पा रहा है। बतलाते चले कि बीते 4 जून 2025 को इस नाले की गोंद, गाद निकालकर खुदाई की गई। यह नाला निर्माण होना है तो कार्यदाई ठेकेदार मोनू ने नाला के अंदर पाइपलाइन डाले हुए स्थानीय बाशिंदों से निवेदन करते हुए पाइपलाइन हटाने की अपील की थी। लेकिन हठधर्मिता लादे उक्त लोगों ने ऐसा नही किया। थक-हारकर ठेकेदार ने नाला निर्माण के लिए जेसीबी से सफाई कराई जिसमें करीब एक सैकड़ा पाइपलाइन डिस्टर्ब हो गई।
जिसमें अधिकांश पेयजलापूर्ति पाइपलाइन कनवारा बोरिंग से निकली मुख्य जलापूर्ति लाइन से अनलीगल जुड़ी है। झील का पुरवा मे यह सामान्य कृत्य है चोरी से मेन पाइपलाइन को होल करके नल सप्लाई जोड़ लेना। अलबत्ता यहां मुख्य नाला निर्माणधीन है। जिसकी सरकारी जमीन लगभग 18 फिट है। जानकारी अनुसार 4.5 मीटर ( साढ़े 4 मीटर / 15 फिट चौड़ा) व 70 मीटर लंबा नाला सदर विधायक श्री प्रकाश द्विवेदी जी के प्रयास व सतत प्रार्थना पत्रों के पश्चात उपरांत निर्माण होना है।
गौरतलब है कि इसको नगरपालिका द्वारा बनवाया जा रहा है किंतु सरकारी नाले की 18 फिट सरकारी भूमि रकबे पर मुहल्ले के कुछ दबंग लोग सीवेज टैंक व आवासीय भूखंड की कुर्सी बीम बनाकर अवैध कब्जा किये है। साथ ही यह लोग सार्वजनिक मुख्य नाला निर्माण मे बाधा, अवरोध पैदा कर रहें है जिससे जनहित का विकास कार्य बाधित हो रहा है। गत गत 4 जून 2025 को कच्चा नाला साफ कराकर ठेकेदार मोनू ने सफाई कराई थी। किंतु आज तक यह निर्माण कार्य प्रारंभ नही हुआ है। इधर वर्षाकाल आने को है जिसमे चंद रोज शेष है। बारिश मे नाला के न बनने से हर वर्ष पूरा देवनगर ( झील का पुरवा) बरसात मे जलभराव से जलमग्न हो जाता है।
नीचे 8 जून को डीएम बाँदा के ध्यानार्थ ट्वीट लिंक है-
https://x.com/AshishsagarD/status/1931563287642009935?t=_4DNcTTCwXmwSORdFgRHNg&s=19
बमुश्किल नाला निर्माण स्वीकृति मिली है उस पर भी कुछ अराजक तत्व व स्थानीय रहवासी अपना सीवर टैंक व नवनिर्मित भूखण्ड की कुर्सी बीम नाले की ज़मीन पर बनाकर अतिक्रमण किये है। इस परेशानी से हलकान स्थानीय मुहल्ले वासियों एवं रहवासी सरकारी कर्मचारी क्रमशः डाक्टर जगदीश श्रीवास,सेवानिवृत्त सैनिक व वर्तमान अध्यापक श्री उदयभान सिंह दिखित, श्री रामसहाय निषाद, नीलम निषाद, पाना देवी (रेलवे कर्मचारी), श्री अश्वनी यादव (यूपी पुलिस), श्री वीरेंद्र सिंह (जग्गू सिंह), ज्ञान बाबू सोनकर (पूर्व जिला पंचायत सदस्य खपटिहा) आदि ने सार्वजनिक नाले से अवैध कब्जा हटवाकर सरकारी नाले की भूमि पैमाइश कराने की पुरजोर अनुरोध किया है। दो सप्ताह से खुदे पड़े मुख्य नाला के चलते बाधित आवागमन को नाला निर्माण कराकर व्यवस्थित करने की मांग जिलाधिकारी श्रीमती जे.रीभा, नगरपालिका अधिशासी अधिकारी, एसडीएम सदर व सदर विधायक जी से उठाई है।