Karnataka New CM Decision. कर्नाटक में अगले 72 घंटों में नए सीएम के नाम की घोषणा कर दी जाएगी. इधर, सूत्रों ने कहा है कि डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम नहीं बनेंगे. वे मामले का हल होने तक दिल्ली में ही रहेंगे. इससे पहले कांग्रेस सूत्रों ने कहा था कि फिलहाल 50-50 के फॉर्मूले पर विचार हो रहा है. पहले सिद्धारमैया को सीएम बनाया जाएगा. वे पहले 30 महीने तक वे सीएम पद पर रहेंगे. इसके बाद कमान बदल जाएगी. हालांकि पार्टी की ओर से राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि अभी सीएम का नाम तय नहीं हुआ है. मल्लिकार्जुन खड़गे ही सीएम का नाम तय करेंगे.

18 मई को कांती राव स्टेडियम में दोपहर को साढ़े तीन बजे शपथ ग्रहण का कार्यक्रम रखा गया है. सिद्धारमैया के बाद डीके शिवकुमार 10 जनपथ पहुंचे और उन्होंने राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकात की. बता दें कि 13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के चार दिन बाद भी मंथन जारी है. वहीं कर्नाटक में सिद्धारमैया के समर्थक खुशी मना रहे हैं. सिद्धारमैया के पोस्टरों को दूध से नहलाया जा रहा है. कर्नाटक में सीएम पद को लेकर बुधवार को 10 जनपथ, सोनिया गांधी के आवास पर नेताओं की बैठक का एक और दौर शुरू हो गया है. इस बीच एक और जानकारी सामने आई कि सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार भी आज दिल्ली में राहुल गांधी से मिल सकते हैं.
मंगलवार को लगातार मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी के नेताओं से मुलाकात करते रहे. देर रात तक मुलाकात का सिलसिला चलता रहा.कर्नाटक में बंपर जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस पार्टी में पिछले चार दिनों से बैठकों का दौर जारी है. चुनावी नतीजे आए हुए चार दिन हो चुके हैं. लेकिन पार्टी ने अभी तक मुख्यमंत्री पद के लिए नाम फाइनल नहीं किया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे लगातार राहुल गांधी सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं. साथ ही सिद्धारमैया और डीके शिव कुमार से भी मुलाकात कर रहे हैं, जिनके नाम मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे हैं.

इस बीच आज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बेंगलुरू जाएंगे, जहां वो विधायक दल के साथ बैठक करेंगे. संभावना है कि पार्टी आज कर्नाटक के मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर सकती है. सीएम पद के लिए जिन दो नामों पर चर्चा चल रही है, उनमें कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का नाम शामिल है. दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री चुनने को लेकर जद्दोजहद जारी है. चुनावी नतीजे को आए हुआ आज चार दिन हो गए. लेकिन अभी तक केवल बैठकों का दौर जारी है.
इसी कड़ी में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मगंलवार को मुलाकात की थी और राज्य में सरकार का नेतृत्व किसे करना चाहिए, इस पर अपने विचार व्यक्त किए. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पहले यह चर्चा थी कि दोनों को ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले के तहत सीएम बनाया जाएगा. लेकिन दोनों ही नेता इसपर तैयार नहीं हुए. हालांकि अब यह खबर है कि कांग्रेस पार्टी के आलाकमान ने नाम लगभग तय कर लिया है, जिसका ऐलान आज हो सकता है.

सूत्रों के मुताबिक, डीके शिवकुमार ने कहा कि खड़गे के मुख्यमंत्री बनने पर उन्हें कोई समस्या नहीं है. हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर उन्हें सीएम पद नहीं दिया गया तो वह विधानसभा में विधायक के रूप में बैठेंगे और वह किसी अन्य प्रस्ताव के लिए तैयार नहीं हैं. शिवकुमार ने खड़गे को 2006 से सिद्धारमैया की गलतियों के बारे में भी बताया, जिस साल पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस में शामिल हुए थे. शिवकुमार ने कहा कि सिद्धारमैया दो बार विपक्ष के नेता थे और उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा किया.
सूत्रों के मुताबिक डीके शिवकुमार ने मल्लिकार्जुन खड़गे से कहा कि जब से सिद्धारमैया (कांग्रेस में शामिल हुए) आए हैं, वह विपक्ष के नेता या मुख्यमंत्री के तौर पर इतना पावर में रहे हैं कि आप भी मुख्यमंत्री नहीं बन सकते. शिवकुमार ने खड़गे से कहा, ‘अगर आप सीएम बन रहे हैं तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है.’ उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि उन्होंने पार्टी के लिए काम किया है. जबकि सिद्धारमैया ने संगठन के निर्माण में योगदान नहीं दिया है और सिर्फ सत्ता का आनंद लिया है. सबसे खराब स्थिति में, शिवकुमार ने कहा कि एक दलित को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए, लेकिन सिद्धारमैया को नहीं.