@आशीष सागर दीक्षित, बाँदा।
- मौके पर बिना जानकारी औचक पहुंची जिलाधिकारी श्रीमती जे.रीभा, लगाई कड़ी फटकार।
- खदान संचालक के शागिर्द खोद रहे थे किसान का रकबा, डीएम ने कहा आपको खनन मानक की जानकारी है कि नही ?
- सांडी खंड 77 पर 12 परिवहन और खपटिहा कला मे 4 ओवरलोड ट्रक पकड़े, ओवरलोड और टेम्पर्ड नम्बर प्लेट की लापरवाही मिली।
- शिकायत कर्ता सांडी की महिला किसान ऊषा निषाद व अन्य किसानों ने 25 मार्च को डीएम व खान अधिकारी एवं 26 मार्च को मंडल आयुक्त से लिखित की थी शिकायत।
- डीएम श्रीमती जे.रीभा ने सांडी के लिए जांच अधिकारी तहसीलदार पैलानी व खान अधिकारी को नामित कर मांगी अवैध खनन की विस्तृत रिपोर्ट। खपटिहा कला की जांच करेंगे नायब तहसीलदार जसपुरा व खान निरीक्षक गौरव करेंगे।
बाँदा। जिलाधिकारी श्रीमती जे.रीभा ने आज अपने स्वभाव के मुताबिक कड़ा कदम उठाते हुए बिना जानकारी दिए सांडी मौरम खंड 77 व खपटिहा खदान का रुख किया। बतलाते चले कि डीएम जे.रीभा जी को सिन्धन कला की गौशाला देखने जाना था। लेकिन उन्होंने ग्राम सांडी खंड 77 खदान को घेरे मे लिया।

गौरतलब है बीते 25 मार्च को सांडी की महिला किसान ऊषा निषाद व अन्य किसानों ने मुख्यालय आकर डीएम जे.रीभा व खान अधिकारी से भेंट की थी। किसानों ने प्रार्थना पत्र देकर हमीरपुर की सरहद ग्राम गढ़ा मे बने अवैध धर्मकांटा संचालन करने की शिकायत की थी। साथ ही किसानों के रकबे पर अवैध खनन की जांच और ग्रामसभा की भूमि पर अवैध खनन की जांच करने का निवेदन किया था। किसानों ने बताया था कि खदान ठेकेदार हिमांशू मीणा / फर्म न्यू यूरेका माइंस एंड मिनरल्स लगातार एनजीटी निर्देश को बौना साबित करते हुए खनिज एक्ट की बखियां उधेड़ रही है। वहीं लीज पट्टे की शर्तों का उल्लंघन होता है। रातदिन प्रतिबंधित पोकलैंड खनन करती है।

गत 27 मार्च को 10 पोकलैंड लगाकर खदान संचालक ने अवैध खनन के गड्ढे भरे थे-

जांच कार्यवाही से बचने के लिए लाल बालू के लुटेरों ने वैध पट्टे की आड़ मे सरकार को राजस्व क्षति दी। वहीं किसानों की ज़मीन से मौरम निकासी की गई। 3 मीटर से ज्यादा गहराई का मानक ताक पर रखकर मनमानी से अवैध खनन किया गया है। साक्ष्य मिटाने को 10 पोकलैंड लगाकर आनन फानन मे तालाब जैसे बड़े गड्ढो को भरा गया। मौके पर शिकायत कर्ता ऊषा निषाद ने वीडियोग्राफी करके खुलासा कर दिया। यह सबकुछ सोशल मीडिया पर वायरल हुआ व सूचना संसार ने प्रसारित किया था। उधर ऊषा निषाद ने जानकारी के लिए आला अफसरों को व्हाट्सएप पर भेजा था।

बीते 27 मार्च को बालू माफियाओं की काली करतूतों पर खबर लिंक मे नीचे है पढ़े…
डीएम ने जे.रीभा ने जांच टीम गठित की है-
जिलाधिकारी श्रीमती जे.रीभा ने त्वरित फटकार लगाते हुए ठेकेदार हिमांशु मीना के शागिर्द अजहर समेत अन्य को लताड़ लगाई। वहीं उन्हें हिदायत देते हुए किसानों की भूमि से खनन न करने का आदेश दिया। मौके पर खपटिहा पुलिस चौकी इंचार्ज को बुलाकर 12 परिवहन को आरटीओ से सीज करवाने को कहा। वहीं खपटिहा कला मे 4 ओवरलोड व टेम्पर्ड नम्बर प्लेट वाहन पर क्लास लगा दी। उन्होंने जांच टीम बनाकर सांडी खण्ड 77 की जांच रिपोर्ट खान अधिकारी राजरंजन व तहसीलदार पैलानी से मांगी है। वहीं खपटिहा कला खदान की विस्तार जसपुरा नायब तहसीलदार व खान निरीक्षक से रिपोर्ट सौंपने को निर्देशित किया है। मौके पर हिमांशु मीणा के विश्वास पात्र अजहर लाल टीशर्ट पहने सिर मे गमछा बांधकर डीएम जे.रीभा की पाठशाला का ज्ञान लेते पाए गए है। अलबत्ता देखना यह होगा कि बेशर्मी की चादर ओढ़कर अवैध खनन करने के विशेषज्ञ खदान संचालक पर कितना भविष्य गामी असर पड़ता है। क्योंकि चिकना घड़ा हरकतों से बाज नही आता है।