लंदन के बैले स्कूल की फीस के लिए क्राउडफंडिंग से जुटाये 17 लाख रुपये
लंदन । दिल्ली में ई-रिक्शा चलाने वाले पिता के 20 वर्षीय बेटे कमल सिंह ने लंदन स्थित प्रतिष्ठित इंग्लिश बैले स्कूल में प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की फीस जुटाने के लिए क्राउडफंडिंग अभियान की शुरुआत की है।
बैले स्कूल के एक वर्षीय पेशेवर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में सफल होने के बाद सिंह का सपना अंतरराष्ट्रीय नृत्य मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का है। हालांकि, इसके लिए न केवल उन्हें फीस देने के लिए बल्कि लंदन में रहने के लिए बड़ी राशि की जरूरत है।
सिंह ने कहा, ‘मेरा परिवार और मेरे बैले कोच हमेशा मेरे पक्ष में खड़े हुए हैं। उन्होंने कभी मुझे हताश नहीं होने दिया। दुर्भाग्यवश मैं एक साल के पाठ्यक्रम का फीस- 8000 पांउड (करीब 7.60 लाख रुपये)- वहन नहीं कर सकता। इसके साथ ही लंदन में रहने का भी खर्च है जो कम से कम एक हजार पाउंड (करीब 95 हजार रुपये) है।
उन्होंने कहा, ‘मैंने केट्टो (क्राउडफंडिंग का मंच) पर कोष एकत्र करने का फैसला किया। मैं लोगों के प्यार और समर्थन से आगे बढ़ूंगा, जो मुझे लोगों से मिल रहा है। मैं लोगों का आभारी हूं जो मेरे अभियान को दान दे रहे हैं।
सिंह ने बताया कि उन्होंने पहले ही 18,000 पाउंड (करीब 17.11 लाख रुपये) एकत्र कर लिया है और 27,777 पाउंड (करीब 26.40 लाख रुपये) एकत्र करने का लक्ष्य है। उनके इस अभियान का दुनियाभर के सैकड़ों लोग समर्थन कर रहे हैं।
एक दानकर्ता ने लिखा, ‘आप महान नर्तक हैं और मुझे उम्मीद है कि आपका सपना पूरा होगा। अंतर्राष्ट्रीय नृत्य समुदाय में भारत को गौरवान्वित करो।’
क्या है Ballet डांस?
आइए अब यह जानते हैं कि जिस बैले (Ballet) डांस को सीखने के लिए कमल इतने बेताब हैं कि क्राउडफंडिंग का सहारा ले रहे हैं, वह क्या है? बैले एक तरह का प्रदर्शन नृत्य है जिसकी उत्पत्ति 15वीं शताब्दी में इतालवी नवजागरण न्यायालयों में हुई और आगे चलकर फ्रांस, इंग्लैंड और रूस में इसे एक समारोह नृत्य शैली के तौर पर और अधिक विकसित किया गया। … यह एक संतुलित शैली का नृत्य है जिसमें कई दूसरी नृत्य शैलियों की आधारभूत तकनीकें भी शामिल होती हैं।