@आशीष सागर दीक्षित, बाँदा।
👉🏿 मुकदमा अपराध संख्या 457/2022 नगर कोतवाली बाँदा मे एनबीडब्ल्यू जारी हुआ।
- न्यायालय विशेष अपराध वाद संख्या 190/2023 धारा 392, 506 राजाभैया और रामचरण श्रीवास का एनबीडब्ल्यू बाँदा डकैती कोर्ट से जारी हुआ है।
बाँदा। दस्यु प्रभावित विशेष न्यायालय बाँदा ने राजाभैया यादव और रामचरण श्रीवास का गैरजमानती वारंट जारी किया है। गौरतलब है कि बीते 14 फरवरी को विशेष न्यायालय दस्यु प्रभावित क्षेत्र ने अतर्रा निवासी राजाभैया यादव संचालक विद्याधाम समिति और चिंगारी संगठन को अपने एक मुकदमे अपराध संख्या 457/2022 धारा 392,504 थाना नगर कोतवाली बाँदा मे पिछले डेढ़ साल से लगातार माननीय कोर्ट की अवमानना करने के कारण एनबीडब्ल्यू किया है।
जानकारी मुताबिक अतर्रा निवासी राजाभैया यादव और बाबूपुर करतल निवासी रामचरण श्रीवास पर साल 2022 मे नगर कोतवाली अंतर्गत 0457/2022 मुकदमा धारा 392, 504 मे हुआ था। पुलिस से सांठगांठ कर राजाभैया यादव ने तत्कालीन आईओ कालूकुआं पुलिस चौकी प्रभारी श्री जयचंद्र सिंह के द्वारा एफआर लगवा ली थी। वर्ष 2022 मे सीओ सिटी रहे श्री राकेश कुमार सिंह ने बमुश्किल यह मुकदमा दर्ज होने दिया था। कोर्ट मे परिवाद पर तब्दील यह केस लंबित है। वहीं बुजुर्ग वादी लगातार पैरवी कर रहें है। अभियुक्त की अनवरत अनुपस्थिति मे माननीय डकैती कोर्ट ने दोनों अभियुक्तों का एनबीडब्ल्यू ( गैर जमानती वारंट ) जारी किया है।
बतलाते चले कि अतर्रा के विद्याधाम समिति / चिंगारी लीडर राजाभैया यादव अपने दूसरे मामलों मे पिछले 17 दिसंबर से मुकदमा अपराध संख्या 0314/2024 दलित महिला से दुष्कर्म आदि व 0315/2024 छेड़छाड़ आदि और मुकदमा संख्या 0043/2025 अपहरण आदि मे नामजद सहयोगियों के साथ फरार है। वहीं हल्के की थाना पुलिस और पैरोकार डकैती कोर्ट से जारी सम्मन तक अभियुक्त को समयबद्ध पहुंचाने की जहमत नही कर सके। माननीय कोर्ट की फटकार के बाद सजातीय पैरोकार ने बेबसी मे अभियुक्त के घर सम्मन दिया। लेकिन बीडब्ल्यू वारंट की भी अनदेखी करते रहे अभियुक्त राजाभैया यादव को अपनी संस्था के सेलरी पेड अधिवक्ता और जिला बार संघ के एक नवनिर्वाचित पदाधिकारी का वरदहस्त प्राप्त है। सारे छद्म मुकदमों की न्यायालय मे पैरवी का कार्यभार लिए उक्त पैरोकार के भरसक रोकने के बावजूद माननीय कोर्ट ने निष्पक्ष कार्यवाही मे राजाभैया यादव और रामचरण श्रीवास के अदालत मे उपस्थित न होने के चलते एनबीडब्ल्यू जारी किया है। देखना यह होगा कि अभियुक्त को आशीर्वाद दिए बाँदा पुलिस और अतर्रा थाना पुलिस माननीय कोर्ट तक लाती है या नही। क्योंकि गरीब लोगो को वारंटी बनाकर पेश करने वाले नौतिकतावादी पुलिस कर्मी इतने कर्तव्यनिष्ठ तो बन ही सकते है।