नरैनी विधायक ओममणि वर्मा के पति पवन वर्मा ने स्वैक्षिक सेवानिवृत्त (वीआरएस) लिया…. | Soochana Sansar

नरैनी विधायक ओममणि वर्मा के पति पवन वर्मा ने स्वैक्षिक सेवानिवृत्त (वीआरएस) लिया….

@आशीष सागर दीक्षित, बाँदा।

  • विधानसभा नरैनी सुरक्षित सीट है। यहीं से बीजेपी विधायक है श्रीमती ओममणि वर्मा।
  • श्री पवन वर्मा अतर्रा एसडीएम कार्यालय मे कार्यरत थे।
  • विगत 3 साल से वह कार्यसेवा पर ध्यान नही दे पा रहे थे।
  • विधायक जी की राजनीति भी इससे बाधित होती थी और पवन वर्मा खुलकर राजनीतिक नही हो पा रहे थे।
  • सूत्रधार कहते है कि आगामी ज़िला पंचायत चुनाव मे वे दावेदार हो सकते या कुछ नया ही होने के आसार है।

बाँदा। विधानसभा क्षेत्र नरैनी बाँदा की सुरक्षित सीट है। मायावती सरकार ने बसपा नेता गयाचरन दिनकर की राजनीतिक पृष्ठभूमि को आरक्षित सीट घोषित कर दिया था। लेकिन यहां जातीय समीकरण देखेंगे तो ब्राह्मण और पटेल ही ज्यादा है। अतर्रा का कुछ हिस्सा भी नरैनी विधानसभा का मतदाता है। यहीं से बीजेपी सत्तारूढ़ पार्टी की विधायक है श्रीमती ओममणि वर्मा। इनके पतिदेव श्री पवन वर्मा अतर्रा एसडीएम कार्यालय मे कार्यरत रहें है। जब से श्रीमती ओममणि वर्मा जी विधायक बनी है स्थानीय एसडीएम कार्यालय के कर्मचारियों के मुताबिक श्री पवन वर्मा ने नियमित नौकरी नही की है। इसकी पुष्टि उनकी सेवा पंजिका अर्थात सर्विस बुक से भी हो सकती है। इसमे ही सरकारी कर्मचारियों की चल अचल संपति का ब्यौरा नौकरी मे नियुक्ति के वक्त देना होता है। कुछ कार्यालयों मे अब यह संविदा कर्मचारियों व अफसरों के लिए अलग-अलग आनलाइन फार्मेट से वित्तीय स्रोतों की जानकारी शासन को भेजनी पड़ती है।

गौरतलब है कि बीते सोमवार को एसडीएम अतर्रा कार्यालय से श्री पवन वर्मा ने वीआरएस लेकर नियमित सरकारी नौकरी से मुक्ति प्राप्त की है। उनके / विधायक श्रीमती जी सियासी समर्थकों के मुताबिक आगामी ज़िला पंचायत चुनाव मे कुछ नया करने का मन है। नौकरी उसमे बाधा बन रही थी। जबसे यह खबर सोशल मीडिया पर उनके ही चाहने वालों के माध्यम से जनता मे आई है सारे लोकल मीडिया मे विधानसभा 2027 व जिला पंचायत चुनाव को लेकर नरैनी मे नया दांव लगने की सुगबुगाहट है।


तीन साल नदारद रहे श्री पवन वर्मा-


अतर्रा एसडीएम कार्यालय मे विधायक जी के निर्वाचन बाद से सक्रिय राजनीति मे श्री पवन वर्मा भले ही न रहे हो लेकिन परोक्ष रूप से श्रीमती ओममणि वर्मा जी को मोरल सपोर्ट देते रहे है। व राजनीतिक कार्यो / विकास बजट आदि मे उनका हस्तक्षेप रहता है। स्वयं से सेवानिवृत्त होने के दिन एसडीएम अतर्रा के कर्मचारियों द्वारा विदाई समारोह की तस्वीरों ने आम लोगों को सोचने पर विवश किया कि वे यही काम तीन साल पहले भी कर सकते थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की राज्य सरकार का वेतन बचता और किसी और को नौकरी मिल जाती वहीं वे इस अतिरिक्त लाभार्जन के आरोप से बच जाते जो उन्हें आगे की सियासत मे राजनीतिक भविष्य पर कटघरे मे ले जाएगा। किन्तु उनका अनायास या सुनियोजित यह कदम विधानसभा 2027 व ग्रामपंचायत चुनाव 2026 और जिला पंचायत चुनावों के मद्देनजर जनता को लगभग सियासत से उत्प्रेरित ही लग रहा है। बतलाते चले कि श्री पवन वर्मा जी एसडीएम अतर्रा कार्यालय मे कार्यरत होने के साथ-साथ अतर्रा मे प्रधान सहायक अध्यक्ष उत्तर प्रदेश मिनिस्ट्रीरियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ भी थे। उनके द्वारा स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने पर 4 अगस्त 2025 को तहसील सभागार अतर्रा मे भव्य विदाई दी गई।

उक्त आयोजन की अध्यक्षता अतर्रा तहसीलदार राजीव यादव के द्वारा की गई। जबकि नायब तहसीलदार शिवम कुमार मौर्य ने पवन वर्मा की सेवाओं सरकारी भाषा मे सराहना करते हुए उनके उज्वल भविष्य की कामना पर विचार दिए। उन्होंने कहा कि श्री पवन वर्मा जी का कार्यकाल निष्ठा और ईमानदारी का प्रतीक रहा। इस कार्यक्रम मे कार्यालय से राजेश पांडे स्टोनो, प्रशांत तिवारी पेशकार, अनुराग शुक्ला, महिषी देवी, शिखा मिश्रा, राम भजन द्विवेदी व जिला मुख्यालय कलेक्टर बांदा से प्रशासनिक अधिकारी,राज बहादुर, अशरफ अली प्रधान सहायक, रमेश असलहा बाबू, सोनिया चौहान, राईस अहमद, आशुतोष शुक्ला, प्रमोद द्विवेदी अमित शर्मा सुभाष व शिक्षक संघ नरैनी से विनय सिंह अध्यक्ष व सुनील कुमार महामंत्री एवं वकील पत्रकार गणमान्य व्यक्ति ने भी श्री पवन वर्मा को पुष्प गुछ भेंट कर सम्मानित किया।

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