@आशीष सागर दीक्षित, बाँदा।
- जिलाध्यक्ष डाक्टर मधुसूदन कुशवाहा बनाम ज़िला मीडिया प्रभारी / प्रदेश स्तरीय छात्रसभा नेता प्रमोद गुप्ता मे आरोप बयानी।
- दो दिन पूर्व कई दिनों से चल रही आपसी नूराकुश्ती खुलकर सामने आ गई।
- दोनों नेताओं ने एकदूसरे के खिलाफ प्रेसनोट जारी किया और वीडियो बयान दिए।
- सपा नेता प्रमोद गुप्ता ने बीते गुरुवार ज़िला कलेक्टर परिसर मे जिलाध्यक्ष डाक्टर मधुसूदन पर तल्ख अंदाज मे बयान दिए है।
- सपा नेताओं के इस लेटर बम से स्थानीय नेताओं मे अफरातफरी है। सोशल मीडिया मे दोनों के समर्थक आपसी सामंजस्य बनाने की अपील कर रहें है।
बाँदा। समाजवादी पार्टी के दो नेताओं क्रमशः जिलाध्यक्ष डाक्टर मधुसूदन कुशवाहा निवासी ग्राम अनथुआ, विकासखंड महुआ, बाँदा और शहर निवासी सपा मीडिया प्रभारी प्रमोद गुप्ता मे तनातनी सामने आ गई है। गुरुवार को पार्टी से निष्कासित सपा मीडिया प्रभारी / छात्र सभा प्रदेश स्तरीय नेता प्रमोद गुप्ता ने जिलाध्यक्ष पर जीभरकर अपनी भड़ास निकाली। इसके पूर्व बुधवार को दोनो नेताओं ने अपने-अपने पार्टी लेटरपैड पर पत्र जारी करते हुए एकदूसरे को पार्टी से निकालने की सनसनी फैलाई। मीडिया से बात करते हुए प्रमोद गुप्ता ने बताया कि सपा जिलाध्यक्ष डाक्टर मधुसूदन कुशवाहा बसपा से आयतित नेता है।
उन्होंने सपा जिलाध्यक्ष पर ऊपर के पार्टी नेताओं को बरगलाने का आरोप लगाया है। वहीं प्रमोद गुप्ता ने बेबाकी से कहा कि सपा जिलाध्यक्ष डाक्टर मधुसूदन कुशवाहा को लोकसभा चुनाव के दरम्यान महोबा मे भारी बेइज्जती झेलनी पड़ी थी। तब एक शीर्ष नेता ने बचाया था। वहीं सपा जिलाध्यक्ष डाक्टर मधुसूदन कुशवाहा ने पार्टी से प्रमोद गुप्ता के 6 साल के लिए निष्कासित होने की जानकारी देते हुए बताया कि वे फर्जी गुटखा फैक्ट्री संचालन मे पकड़े गए है। इसकी पुलिस द्वारा विवेचना की जा रही है। वे पार्टी विरोधी गतिविधियों मे संलिप्त है। साथ ही ठगी करतें है। उधर दूसरी तरफ सपा मीडिया प्रभारी प्रमोद गुप्ता ने जिलाध्यक्ष को अपने प्रोटोकाल के विपरीत 12 साल के लिए पार्टी से निष्कासन की कथित खबर लेटरपैड पर जारी कर दी थी। सोशल मीडिया मे दोनों पत्र वायरल होने से सपा मे खलबली मची।
पार्टी प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित बाँदा के शीर्ष नेताओं की अभी इस मसले पर कोई सफाई नही आई है। देखना यह होगा कि बीते गुरुवार को प्रमोद गुप्ता द्वारा तल्ख अंदाज मे सपा जिलाध्यक्ष पर वीडियो बयानी के बाद समाजवादी बाँदा की राजनीति क्या करवट लेती है। कहीं सपा नेता प्रमोद गुप्ता अन्य पार्टी मे शामिल न हो जाये। लेकिन उन्होंने मीडिया से कहा कि उन्हें मुक्तिधाम भी साइकिल के झंडे पर ले जाया जाए उनकी यही कामना है। फिलहाल स्थानीय युवा सपा नेताओं व प्रदेश स्तरीय नेताओं का मौन भविष्य के सुलह की पगडंडियों को तैयार कर सकता है। अन्यथा विधानसभा मे वैश्य बिरादरी बनाम कुशवाहा का संघर्ष हुआ तो नुकसान होना निश्चित है।