@आशीष सागर दीक्षित, बाँदा।
- बाँदा के तिंदवारी रोड स्थित ईसाई मिशनरी सीनियर हायर सेकेंडरी सेंटमेरी स्कूल का वीडियो वायरल।
- प्रधानाचार्य फादर डेविड के सामने लापता विनय श्रीवास्तव के साथ बैठे एडीएम न्यायिक के स्टेनो शाकिर टीचर को माँ-बहन की गाली देते दिख रहें है।
- शाकिर बाबू का दावा पत्नी जेबा स्कूल मे अध्यापक थी उनसे विद्यालय के एक अध्यापक ने अभद्रता की थी जिसके चलते यह हुआ।
- फादर ने कहा कि शाकिर की पत्नी जेबा स्कूल मे टीचर थी। मई माह मे परीक्षा के दौरान उन्हें गाली खाने वाले अध्यापक ने बिना वजह बरामदे मे टहलने पर टोका था। जिससे शाकिर ने यह कृत्य किया।
बाँदा। ज़िले का कलेक्टर कार्यालय भी अक्सर वहां कार्यरत सरकारी कर्मचारियों / प्रतिष्ठित पद पर बैठे अधिकारी ( पूर्व एडीएम एफआर राजेश कुमार व एडीएम एफआर रहे दयाशंकर पांडेय) की वजहों से सुर्खियों मे रहता है। इस बार बाँदा कलेक्ट्रेट कार्यालय मे एडीएम न्यायिक श्री माया शंकर यादव के स्टेनो शाकिर बाबू का एक वीडियो सोशल मीडिया मे वायरल है। वह शहर के नामचीन सेंटमेरी स्कूल के फादर व प्रधानाचार्य डेविड के सामने अशोभनीय गालियां देते दिख रहें है। यह वीडियो बीते मई माह का है जो सीसीटीवी या किसी की कारस्तानी का परिणाम है कि वे कैमरे मे आ गए।
गौरतलब है कि बाँदा शहर के आवास विकास निवासी व सेंटमेरी स्कूल मे करीब 10 बसों का संचालन करने वाले लापता व्यवसायी विनय श्रीवास्तव के साथ मौजूद है। बाँदा पुलिस आज तक विनय की सुरागरसी नही कर पाई है। विनय बीते चार दिन से लापता है। बकौल विनय की धर्मपत्नी नूपुर उन्हें फादर डेविड परेशान करते थे। जिससे वे घटना के दिन सुबह 4 बजे घर से चले गए और आज तक नही लौटे। उनकी स्कूटी केन नदी पुल पर खड़ी मिली थी।
उफ ये शाकिर की गालियां-
शहर के नामचीन स्कूल मे फादर डेविड के सामने एक टीचर की माँ-बहन करते शाकिर बाबू पूरे रुआब पर दिख रहे है। तब लापता विनय श्रीवास्तव उनके ठीक बगल की कुर्सी पर बैठें है। सामने स्कूल के प्रधानाचार्य फादर डेविड है। वहीं गालियां सुनने वाला असहाय अध्यापक खड़े होकर सफाई देता दिखता है। शाकिर की अभद्रता व गालियां इतनी मधुर रहीं होंगी कि लापता विनय भी उनके समर्थक है ऐसा प्रतीत हो रहा है। खैरमकदम फादर मामलें को सुलटाने मे जूझते दिखते है। बावजूद इसके सरकारी पद के अहंकार मे ब्यूरोक्रेसी का जलवा दिखाते शाकिर बाबू बेखौफ गालियां देते है। उन्हें नही खबर थी कि यह वीडियो सोशल मीडिया मे वायरल होगा। अलबत्ता वे ऐसा अशोभनीय काम करते चले गए। सूत्रों के अनुसार विनय और शाकिर अच्छे मित्र है।
दोनों की धर्मपत्नी विद्यालय मे टीचर रहीं है। वहीं कुछ लोग कहतें है कि विनय की व्यापारिक दौड़ मे शाकिर भी करवट ले रहे थे। उनकी भी एक बस सेंटमेरी मे चलती है। बाकी विनय से उनके रिश्ते और इस वीडियो की आधिकारिक पुष्टि सूचना संसार नही करता है। विनय श्रीवास्तव लेनदेन के रगड़े को लेकर कहाँ चले गए यह पुख्ता कोई नही जानता है। कयासों पर टिकी विनय की गुमशुदगी पुलिस व समाज के लिए रहस्यमय है। कुछ उनके नदी मे छलांग की बातें कहते है। बैरहाल शाकिर बाबू से पहले एडीएम एफआर राजेश कुमार और चिकित्सा कारोबारी अरुणेश पटेल की यारी चर्चा मे थी। इससे पहले एडीएम एफआर रहे दयाशंकर पांडेय और डाक्टर नंदलाल शुक्ला की मित्रता चर्चित थी। यह दोनों अपर जिलाधिकारी पद का दुरुपयोग करते हुए बाहरी व्यक्तियों को व्यापारिक लाभ दिए। क्या बाँदा की ब्यूरोक्रेसी मे जमने वाले ब्यूरोक्रेटस दिन-प्रतिदिन राज्य सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस नीति व अच्छे आचरण की लक्ष्मण रेखा पार कर रहें है। यह कृत्य सरकार की छवि के साथ उनकी खुद की भी गरिमा का हनन करते है।