धानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को मैत्री सेतु का उद्घाटन किया। यह सेतु भारत और बांग्लादेश के बीच फेनी नदी पर बना है। ये नदी त्रिपुरा और बांग्लादेश में भारतीय सीमा के बीच बहती है। क्या है यह मैत्री सेतु और फेनी समझौता?
535 वर्ग किमी हिस्सा भारत में है
फेनी नदी त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से 135 किमी दक्षिण में बहती है। यह नदी कुल 1,147 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली हुई है, जिसमें से 535 वर्ग किमी भारत में और शेष बांग्लादेश में है। यह दोनों सीमाओं से जुड़ी हुई नदी है जिसके पानी के अधिकारों को लेकर विवाद चल रहा है।
1934 से चल रहा है पानी का विवाद
फेनी नदी वर्ष 1934 से विवादों में रही है। त्रिपुरा के जल संसाधन विभाग के अनुसार, बांग्लादेश द्वारा आपत्ति व्यक्त किये जाने के बाद फेनी नदी से जुड़ी 14 परियोजनाएं वर्ष 2003 से ही रुकी हुई हैं। जिसके कारण इस क्षेत्र के गांवों में सिंचाई प्रभावित हो रही है।
1958 में शुरू हुई थी चर्चा
भारत और पाकिस्तान के बीच नदी-जल के बंटवारे पर पहली बार वर्ष 1958 में चर्चा शुरू की गई थी। गौरतलब है कि आज तक भारत और बांग्लादेश के बीच फेनी नदी के जल-साझाकरण पर कोई समझौता नहीं हुआ है।