लखनऊ | भारतीय जनता पार्टी के गांव की ओर अधिक फोकस करने के अभियान में उत्तर प्रदेश भी बड़ी भूमिका में है। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमतीनगर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केन्द्र सरकार में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री (Giriraj Singh) तथा राज्य मंत्री कपिल मोरेश्वर पाटिल के साथ दो दिवसीय ग्राम पंचायत राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि हमारे गांव भी अब हाईस्पीड इंटरनेट व वाईफाई का उपयोग बढ़ाकर स्मार्ट बनेंगे। गांव के लोग भी अब ग्रामीण ई-शिक्षा, टेलीमेडिसिन, ई-कामर्स के साथ ई-लाइब्रेरी का भरपूर उपयोग करें। अधिक जानकारी होने पर अब ग्राम समाज की भूमि का बंदरबांट करने की जगह उसे आय का साधन बनाएं।
ग्राम प्रधान कर्मयोगी बनें
कार्यक्रम में केन्द्र सरकार में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि स्मार्ट गांव बनाने के लिए ग्राम प्रधान कर्मयोगी बनें विकास कार्य जनभागीदारी के जरिए कराएं। अब धन के लिए सरकार की ओर न देखें बल्कि आगे आकर स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लेकर कार्य कराएं। कार्यक्रम को पंचायती राज राज्य मंत्री कपिल मोरेश्वर पाटिल ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर पंचायती राज सचिव सुनील कुमार व कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह आदि भी मौजूद थे।
तेजी से प्रयास करने की जरूरत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तेजी से प्रयास करने की जरूरत है। प्रदेश के हर गांव में इसकी संभावनाएं भी हैं। केवल तकनीक का उपयोग करके गांवों को स्मार्ट बना सकते हैं। हाईस्पीड इंटरनेट व वाईफाई की सुविधा दी गई है।
हाईस्पीड इंटरनेट व वाईफाई का उपयोग बढ़ने पर बढ़ती है जीडीपी
मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक का इस्तेमाल जैसे जैसे बढ़ाएंगे उसी गति से प्रदेश की जीडीपी बढ़ती जाएगी। दस प्रतिशत हाईस्पीड इंटरनेट व वाईफाई का उपयोग बढ़नेपर जीडीपी तीन प्रतिशत बढ़ती है अभी प्रदेश में 32-33 प्रतिशत इसका उपयोग हो रहा है इसे 90 से 95 प्रतिशत तक ले जाने पर जीडीपी सात से आठ प्रतिशत बढ़ जाएगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ग्रामीणों को ई-शिक्षा, ई-कामर्स, ई-लाइब्रेरी व टेलीमेडिसिन आदि का उपयोग करें। इसके साथ ही गांव का ढांचागत विकास होगा और इसके साथ पारदर्शिता बढ़ेगी।