उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 की जोरदार तैयारी में लगी बहुजन समाज पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनाव में भी नए गठबंधन के साथ ताल ठोंकने की घोषणा की है। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन को एक नई राजनीतिक व सामाजिक पहल बताया है।
पंजाब में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव चुनाव के मद्देनजर नए सियासी समीकरण और गठजोड़ बनने शुरू हो गए हैं। पंजाब में बहुजन समाज पार्टी और शिरोमणि अकाली दल के बीच में गठबंधन हो गया है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की पार्टियों बहुजन समाज पार्टी और शिरोमणि अकाली दल में शनिवार को गठबंधन हो गया। शिरोमणि अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल और बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने यह एलान किया। तीन कृषि कानूनों को लेकर भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन टूटने के बाद शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में गठबंधन हो गया है। यह दोनों दल 25 वर्ष बाद साथ आए हैं। दोनों दल मिल कर पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने पंजाब में आज शिरोमणि अकाली दल और बहुजन समाज पार्टी के घोषित गठबंधन को नई राजनीतिक व सामाजिक पहल बताया है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि यह गठबंधन निश्चय ही पंजाब में जनता के बहु-प्रतीक्षित विकास, प्रगति व खुशहाली के नए युग की शुरूआत करेगा। इस ऐतिहासिक कदम के लिए लोगों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
मायावती ने ट्वीट किया कि वैसे तो पंजाब में समाज का हर तबका कांग्रेस पार्टी के शासन में यहां पर व्याप्त गरीबी, भ्रष्टाचार व बेरोजगारी आदि से जूझ रहा है, लेकिन इसकी सबसे ज्यादा मार दलितों, किसानों, युवाओं व महिलाओं आदि पर पड़ रही है। अब इससे मुक्ति पाने के लिए अपने इस गठबंधन को कामयाब बनाना बहुत जरूरी है। मायावती ने कहा कि पंजाब की समस्त जनता से पुरजोर अपील है कि वह अकाली दल व बीएसपी के बीच आज हुये इस ऐतिहासिक गठबन्धन को अपना पूर्ण समर्थन देते हुए 2022 के प्रारम्भ में ही होने वाले विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल तथा बहुजन समाज पार्टी के इस गठबंधन की सरकार बनवाने के लिए अभी से ही पूरे जी-जान से जुट जाएं।