उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून की गति धीमी हो गई है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिनों में इसके राजधानी दिल्ली में पहुंचने की संभावना नहीं है। हालांकि, इसके बाद भी आज दिल्ली में तेज हवा के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी हवाओं के कारण उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून की गति धीमी हो गई है। अगले दो दिनों के भीतर इसके दिल्ली पहुंचने की संभावना कम है। हालांकि राजधानी में मंगलवार और बुधवार को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। आईएमडी के मुताबिक मध्य प्रदेश के अधिकतर हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा तथा पंजाब के कुछ और हिस्से में अगले 24 घंटे में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि दक्षिण पश्चिम हवाओं के चलते अगले 3 – 4 दिनों के दौरान ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ (महाराष्ट्र) और तेलंगाना में भारी बारिश होने की संभावना है। अगले 4-5 दिनों के दौरान पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 5 दिनों के दौरान महाराष्ट्र और गोवा और कर्नाटक के तटीय और आसपास के घाट जिलों में भी भारी से बहुत भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की है। 15 जून के आसपास कोंकण और गोवा में 15 जून, 2021 को मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। 15 जून के आसपास केरल की अलग-अलग जगहों पर भी भारी बारिश के आसार हैं।
अगले 2 घंटों के दौरान दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को दिल्ली और हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश की भविष्यवाणी की। मौसम विभाग ने ट्वीट कर कहा कि अगले दो घंटे में दिल्ली, बहादुरगढ़, मानेसर, गुरुग्राम, सोहना, नूंह, कैथल, करनाल, पानीपत, गन्नौर, सोनीपत, महावा, राजगढ़, तिजारा, डीग, भरतपुर, अलवर (राजस्थान) के कई स्थानों पर और आसपास के क्षेत्रों में 20-40 किमी प्रति घंटा की गति से हल्की से मध्यम तीव्रता के साथ गरज के साथ बारिश होगी। मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ने यह भी कहा कि अगले एक घंटे के दौरान हरियाणा के फरुखनगर और बहादुरगढ़ में ओलावृष्टि होगी।
मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून बंगाल की खाड़ी के बाकी उत्तर-पश्चिमी हिस्सों, ओडिशा के कुछ और भागों, पश्चिम बंगाल के ज्यादातर हिस्सों, झारखंड और बिहार के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है। अब निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के आसपास के तटीय क्षेत्रों पर स्थित है। ये निम्न दबाव का क्षेत्र जल्द ही और ज्यादा शक्तिशाली बन जाएगा, जिससे ये अगले 2-3 दिनों के दौरान ओडिशा, झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ को प्रभावित कर सकता है।