अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के विशेष दूत जॉन केरी (John Kerry) सोमवार को दिल्ली आ रहे हैं। यहां वे भारत सरकार, प्राइवेट सेक्टर व एनजीओ के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। हाल में ही जॉन कैरी ने ट्वीट कर लिखा, ‘जलवायु संकट से निपटने के लिए अमीरात, भारत और बांग्लादेश में दोस्तों के साथ सार्थक चर्चा को लेकर उत्साहित हूं।’
केरी भारत के अलावा अबू धाबी और बांग्लादेश की राजधानी ढाका का भी दौरा करेंगे। अमेरिका की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है कि वे 1 से 9 अप्रैल के बीच अबू धाबी, नई दिल्ली और ढाका भी जा रहे हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, 22-23 अप्रैल के बीच जलवायु परिवर्तन पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा आयोजित ‘नेताओं के शिखर सम्मेलन’ और इस वर्ष के अंत में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी26) से पहले कैरी विचार विमर्श के लिए इन देशों के दौरे पर हैं।
उल्लेखनीय है कि जो बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विश्व के 40 नेताओं को जलवायु परिवर्तन से निपटने को लेकर वार्ता के मकसद से आयोजित होने वाले ‘नेताओं के शिखर सम्मेलन’ के लिए आमंत्रित किया है। इस शिखर सम्मेलन का मकसद जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने के आर्थिक लाभ एवं महत्व को रेखांकित करना है। वाइट हाउस ने बताया था कि ग्लासगो में इस साल नवंबर में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी26) के मार्ग में यह मील का पत्थर साबित होगा।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के अलावा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा, ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन समेत 40 नेताओं को शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया गया है।