@आशीष सागर दीक्षित, बाँदा।
‘उच्चन्यायालय इलाहाबाद ने सांसद रामजीलाल सुमन की सुरक्षा मामलें पर सुनवाई करते हुए तीन सप्ताह मे राज्य सरकार से जवाबी हलफनामा मांगा है।’
बाँदा/प्रयागराज। समाजवादी पार्टी से दलित राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन इस वक्त करणी सेना सहित अन्य कट्टरपंथी हिन्दू संगठनों के निशाने पर है। उन्होंने हाल ही मे अपने ऊपर हुये प्रायोजित हमलों को आधार बनाकर हाईकोर्ट इलाहाबाद मे याचिका दाखिल की है। उच्चन्यायालय ने इस मामलें पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से तीन सप्ताह मे जवाब तलब किया है।
याचिका की अगली सुनवाई 28 मई है। जस्टिस राजीव गुप्ता व जस्टिस हरवीर सिंह की खंडपीठ ने वादी मुकदमा के वरिष्ठ अधिवक्ता इमरान उल्लाह व विनीत विक्रम की पैरवी पर यह आदेश दिया है। गौरतलब है कि यूपी के बाँदा मे आज गुरुवार को सांसद रामजीलाल सुमन की सुरक्षा को लेकर ज्ञापन दिया गया है। बतलाते चले कि उक्त सांसद ने राणा सांगा पर विवादित बयानबाजी की थी जिससे क्षत्रिय / राजपूत समाज आक्रोशित हुआ था। कई हिन्दू संगठन सांसद का विरोध किये है। वहीं सांसद का दावा है कि उनके काफिले पर टायर-ट्यूब फेंके गए, उनके घर पर धमकी दी गई।
करणी सेना के 100 से अधिक लोग उनके घर जेसीबी लेकर पहुंच रहे है। उधर राज्यसभा सांसद के हाईकोर्ट मे अधिवक्ता इमरान उल्लाह व विनीत विक्रम ने कोर्ट को दरम्यान दलील मे बताया कि सांसद की जीभ काटने को 1 करोड़ रुपया की सुपारी दी है। आरोपियों पर मुकदमा दर्ज है लेकिन भाजपा संरक्षण के चलते कार्यवाही नही हुई है। सांसद ने मुकदमे मे निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए सुरक्षा की मांग उठाई है। सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने दलित सांसद पर हमले को कायराना कृत्य कहा है। इस क्रम मे समाजवादी पार्टी आज ज़िला मुख्यालय स्तर पर मांगपत्र दे रही है। हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से तीन सप्ताह मे जवाब मांगा है। सोशल मीडिया पर कई संगठनों ने सांसद का विरोध किया था।