इस प्रकरण से जुड़ी खबरें नीचे लिंक मे है…

@आशीष सागर दीक्षित, बाँदा।
- सीओ सिटी ने लिया तीन फरार कारोबारी रईसजादों और दुष्कर्म के आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट।
- बीते दस दिन से फरार है शहर के चर्चित दुष्कर्म कांड के मुख्य आरोपी आशीष अग्रवाल, स्वतंत्र साहू, लोकेंद्र सिंह चन्देल।
- तीन लड़कियों ने प्रौढ़ युवकों पर लगाया है लगातार 6 माह तक बलात्कार, नशाखोरी और अश्लील वीडियोग्राफी करके बदनाम करने का आरोप।
- ब्रोकर / सप्लायर नवीन विश्वकर्मा को जेल भेज चुकी है बाँदा पुलिस।
बाँदा। शहर के चर्चित कारोबारियों द्वारा तीन लड़कियों को बरगलाने के बाद नौकरी का लालच देकर दुष्कर्म करने के मुख्य आरोपियों के खिलाफ आज मंगलवार 1 अप्रैल को सीओ सिटी / मुकदमे के विवेचक श्री राजीव प्रताप सिंह ने गैर जमानती वारंट विशेष न्यायालय एससी.एसटी. कोर्ट से हासिल कर लिया है। इस मामले पर विशेष शासकीय अधिवक्ता श्री विमल कुमार सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुये बताया कि उक्त मुख्य तीन अभियुक्तों क्रमशः आशीष अग्रवाल (हीरो होंडा एजेंसी), स्वतंत्र साहू (भारत गुटखा व्यापारी), लोकेंद्र सिंह चन्देल (जलनिगम ठेकेदार) के विरुद्ध एनबीडब्ल्यू जारी किया है।

उन्होंने बताया कि सीओ सिटी व मामले के आईओ ने न्यायालय मे प्रार्थना पत्र देकर तीनों फरारी काट रहे कारोबारियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही के लिए गैर जमानती वारंट जारी करने का निवेदन किया था। माननीय न्यायालय ने यह अर्जी स्वीकार करके भोगोड़े / फरारी आरोपियों को एनबीडब्ल्यू जारी किया है।

वहीं एक अन्य शासकीय अधिवक्ता श्री विजय बहादुर सिंह परिहार ने बताया कि तीन आरोपियों मे से एक आशीष अग्रवाल ने अग्रिम जमानत के लिए प्रार्थना पत्र दिया था वो खारिज कर दिया गया है।

बतलाते चले कि शहर के यह तीनों रसूखदार और रईस आदमी मुकदमा अपराध संख्या 0275/2025 नगर कोतवाली मे लगातार फरारी काट रहे है। सूत्रानुसार यह बहराइच की तरफ है। जबकि पुलिस अधिकारियों ने एक आरोपी के कानपुर,लखनऊ की लोकेशन बतलाई है।
पुलिस के लिए आरोपियों की गिरफ्तारी बनी चुनौती-

शहर के यह तीन कारोबारी बाँदा शहर के अलग-अलग मुहल्ला की रहने मे वाली तीन लड़कियों के साथ यौनाचार के अभियुक्त है। लड़कियों ने इन पर 6 माह तक व्यभिचार, बलात्कार, शराब पिलाकर नग्न अवस्था मे डांस कराने और ब्लैकमेल करने को वीडियो बनाने व बदनाम करने को वीडियो वायरल करने की धमकी देने का आरोप लगाया है। वहीं इस मुकदमे मे नामजद मानव तस्करी के अभियुक्त नवीन विश्वकर्मा को धारा 143 (3) व हरिजन एक्ट मे नामजद करके जेल भेज दिया है। जबकि आशीष अग्रवाल ( हीरो होंडा एजेंसी व्यापारी ), स्वतंत्र साहू ( भारत गुटखा व्यापारी ), लोकेंद्र सिंह चन्देल ( जलनिगम ठेकेदार व बीजेपी नेताओं, माननीयों के खासमखास ) की गिरफ्तारी फिलहाल चुनौती बनी हुई है। लोकल मीडिया इस मामले पर बाज सी नजर लगाए है और पुलिस मानसिक दबाव पर है।
पुलिस ने लोकेंद्र व आशीष अग्रवाल के घर की है छापेमारी-

सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह की मानें तो उन्होंने टीम के साथ 30 मार्च को आशीष अग्रवाल के प्रतिष्ठान और घर पर छापेमारी की लेकिन आरोपी नही मिला। वहीं 31 मार्च को लोकेंद्र सिंह के घर छापा मारकर इनोवा गाड़ी कब्जे मे ली है। स्वतंत्र साहू नामी आसामी इसलिए उनपर हाथ डालना थोड़ा मुश्किल है। लेकिन लोकेंद्र सिंह चन्देल की सदर विधायक, भूतपूर्व सांसद, राज्य जलशक्ति मंत्री व कद्दावर बीजेपी नेताओं के साथ सोशल मीडिया मे फ़ोटो वायरल है। बावजूद इसके सत्तारूढ़ माननीयों की लोकलाज बुलंद है। वहीं शहरभर मे इनकी अय्याशी और दौलतमंदी मे शिकार तीन लड़कियों के साथ यौनाचार की बातें सुर्खियों मे है। जबकि पेनड्राइव वीडियो को लेकर अन्य रसूखदार लोगो तक आंच की बात का बाजार गर्म है। गिरफ्तार आरोपी नवीन विश्वकर्मा का जेल जाते वक्त मुस्कराहट भरा चेहरा खूब भर्त्सना बटोर रहा है। देखना यह होगा कि यह तीन फरारी कारोबारी कब तक न्यायालय मे सरेंडर होते है या पुलिस गिरफ्त करती है। फिलहाल ये हाईकोर्ट से अरेस्ट स्टे / एफआईआर क्वैसिंग को लेकर जुगाड़बंद है। जो मिलना मुश्किल है…आरोपी कभी भी न्यायालय मे ‘आत्मसमर्पण’ कर सकते है।