प्रदेश में कोरोना कफ्र्यू के साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ के मोर्चा संभालने के बाद तेजी से बढ़ रहे संक्रमण की दर में बड़ा फर्क आया है। प्रदेश में अब कोरोना वायरस की रिकवरी की दर लगभग 90 प्रतिशत हो गई है। इसके साथ ही 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए आज से वैक्सीनेशन 23 जिलों में शुरु हो गया है।
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार की टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की नीति का परिणाम है कि पिछले 24 घंटों में सिर्फ 9,391 नए मामले सामने आए हैं। प्रदेश में बीते 16 दिन में 1,61,000 सक्रिय मामले कम हुए हैं। उत्तर प्रदेश अब तक 4.5 करोड़ से अधिक टेस्ट कर चुका है। पांच मई से निगरानी समिति की टीम घर-घर स्क्रीनिंग का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि आज से पांच और जनपदों में 18-44 आयु वर्ग का वैक्सीनेशन कार्य शुरू किया गया है। अब तक लगभग 1,16,00,000 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई है और 32,61,000 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई गई है। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि बीते 24 घंटे में प्रदेश में 9391 नए कोरोना संक्रिमत लोग मिले हैं। इसके विपरीत इसके कहर से उबरने वालों की संख्या 23445 थी। प्रदेश में अब कोरोना वायरस संक्रमण के एक्टिव केस 1,49,032 हैं।
यह संख्या 30 अप्रैल को तीन लाख 10,783 थी। प्रदेश में बीते 24 घंटे में 255110 सैंपलों की जांच की गई। सहगल ने कहा कि यह बात गलत फैलाई जा रही है कि टेस्ट कम हो रहे हैं। हमारा लक्ष्य प्रतिदिन ढाई लाख कोरोना टेस्ट है, इसके विपरीत हम रोज इससे अधिक टेस्ट कर रहे हैं। सरकार के ट्रैक, टेस्ट और ट्रीट का ही परिणाम है कि रिकवरी दर बढकर 89.80 प्रतिशत हो गया है। सहगल ने कहा कि कुछ लोग कह रहे थे कि 15 मई तक उत्तर प्रदेश में हर रोज एक लाख से अधिक नए संक्रमित मिलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।