महाराज जी विधायक पतिदेव ओवरलोड लोडर छुड़ाने लगे है,बाँदा की खदानों मे ठेकेदार मंगलगीत गाने लगे है… | Soochana Sansar

महाराज जी विधायक पतिदेव ओवरलोड लोडर छुड़ाने लगे है,बाँदा की खदानों मे ठेकेदार मंगलगीत गाने लगे है…

@आशीष सागर दीक्षित, बाँदा।

  • बाँदा मे नरैनी एसडीएम ने पकड़े दो ओवरलोड मिनी लोडर,सरकारी गाड़ी का पीछा करते हुए नरैनी विधायक के पति समेत मोटरसाइकिल से पहुंचे लोगों ने लोडर छुड़ाया।
  • अमर उजाला की खबर मुताबिक एसडीएम नरैनी से अभद्रता की गई,सुरक्षा गार्ड से नोंकझोंक हुई, खबर तो यह लिखी गई कि एसडीएम का कालर तक पकड़ा गया।
  • सीसीटीवी फुटेज पर मोटरसाइकिल का वीडियो सोशल मीडिया मे वायरल होने से सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा की किरकिरी।
  • माननीयों और उनके परिजनों को अपनी गरिमा व ज़िम्मेदारी का एहसास नही है।
  • उधर गिरवां से पैलानी, जसपुरा, बबेरू तक मौरम खदानों मे सर्वत्र माफियाओं का रामराज्य है।

बाँदा। सोशल मीडिया मे एक वीडियो वायरल है। यह सूचना संसार के व्हाट्सएप ग्रुप और अन्यत्र जेडीयू नेत्री शालनी सिंह पटेल ने डाला है। उधर अमर उजाला ने भी आज ‘एसडीएम ने पकड़े लोडर अभद्रता कर छुड़ा ले गए’ शीर्षक से खबर लिखी है। जिसमें नरैनी विधायक श्रीमती ओममणि वर्मा के सम्मानित पतिदेव जी पर ओवरलोड लोडर छुड़ाने का जिक्र है।


मिली जानकारी अनुसार बीते शुक्रवार नरैनी एसडीएम सत्यप्रकाश शाम को कस्बे से पकड़े दो मिनी ओवरलोड लोडर पकड़े थे। उन्हें लेकर जा रहे थे कि इसकी जानकारी विधायक पतिदेव को होती है। वे पहले तो विधायक से फोन लगवाते है फिर जब अधिकारी का फोन नही उठता तो स्वयं सीसीटीवी फुटेज अनुसार दो अलग-अलग मोटरसाइकिल पर सवार व्यक्तियों को साथ लेकर सरकारी गाड़ी के पास पहुंचते है। वहां पकड़े गए लोडर को छुड़ाने के लिए नूराकुश्ती होती है। नोंकझोंक की नौबत के बाद विधायक जी कोतवाली पहुंचती है। करीब एक घण्टे की वार्ता के बाद मामला रफादफा होता है। एसडीएम से अभद्रता मे कालर तक पकड़ने का ज़िक्र छपी खबरों मे है। सूचना संसार इसकी पुष्टि नही करता है। उधर विधायक जी ऐसी किसी घटनाक्रम से अनभिज्ञ होने का बयान दे रहीं है। वे कहती है पति और वो घर पर थे। कोतवाली ज़रूर गई थी वहां लाइट लगवाने का काम होना है तो देखने गए थे!!! वहीं एसडीएम साहब कहते है लोडर पकड़े गए थे, कुछ लोग छुड़ाकर ले गए है, नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।


बाँदा मे आधा दर्जन खदानों पर अवैध खनन का रामराज्य-


बाँदा मे अवैध खनन के रामराज्य को समझने के लिए आप बिना मीडिया / अधिकारी को जानकारी दिए किसी भी मौरम खदान का औचक भ्रमण कर लीजिए। ज़मीन पर अमल होते नियम और केन की नदी से बर्बरता पूर्वक होता अवैध खनन स्पष्ट नजर आ जायेगा। आप नीचे दिया खबर लिंक क्लिक करके भी बाँदा के अवैध खनन और ओवरलोड परिवहन को पढ़ सकते है।

https://soochanasansar.in/bandas-reality-of-illegal-mining-mining-of-cane-from-village-sandi-to-sadikamdanpur-charka-to-marka-maroli-to-girwan-bloody-battle/

उल्लेखनीय है गिरवां से पैलानी, जसपुरा, बबेरू तक संचालित मौरम खंड ने नदियों पर तबाही मचा रखी है। प्रतिबंधित पोकलैंड नदी का मर्दन करती है और बीजेपी से जुड़े गंगा समग्र प्रान्त समिति के लोग हर मंगलवार केन नदी की आरती करते है। अवैध खनन की कार्यवाही के नाम पर महज जुर्माना होता है, नोटिस की बात विज्ञप्ति लिखती है लेकिन कोई खदान ब्लैकलिस्ट नही होती। अब तो सूबे की खनिज निदेशक तक बाँदा नही आती। बाँदा से बाहर राजधानी और दिल्ली की मीडिया मे बुंदेलखंड का अवैध खनन छपता नही है। अखबारों और न्यूज़ चैनलों को विज्ञापन व मासिक टारगेट की चिंता है। अन्यथा जांच एजेंसियों के छापेमारी का भय है। अलबत्ता लोकल मीडिया गाहेबगाहे लिख देती है।

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