भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सोमवार को अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदल दी, अब उन्होंने अपनी किसान नेता वाली हरी टोपी को उतार दिया है और नई फोटो अपलोड की है। उनकी इस फोटो को बदलने के पीछे का कारण समझ नहीं आ रहा है मगर लोग तरह-तरह की अटकलें लगा रहे हैं। सोमवार की सुबह इंटरनेट मीडिया ट्विटर के अपने एकाउंट पर प्रोफाइल फोटो बदलने के एक घंटे बाद उन्होंने महान क्रांतिकारी मंगल पांडे की जन्म जयंती पर उन्हें नमन भी किया। उनकी नई प्रोफाइल फोटो को 600 से अधिक लोगों ने रिट्वीट किया और हजारों लोग उसे लाइक कर चुके हैं। सैकड़ों लोग इस पर अपना कमेंट भी कर चुके हैं।
दरअसल अभी तक राकेश टिकैत को जब भी कहीं सार्वजनिक स्थान पर देखा जाता था, वो अपने सिर पर टोपी नजर आती थी। यदि टोपी नहीं होती थी तो वो सिर पर हरे रंग का कुछ न कुछ पहने जरूर होते थे। कई बार मंच पर उनको इन्हीं चीजों के साथ देखा भी गया है मगर सोमवार को उन्होंने अपने एकाउंट पर जो फोटो अपलोड की उसमें न तो उनके सिर पर कोई टोपी है न ही गले में किसी तरह का कोई किसान नेता जैसा फटका। उनकी इस नई फोटो को देखने के बाद कई लोगों ने ट्वीट भी किया और बदले रूप का कारण भी पूछा। अपनी नई फोटो में राकेश टिकैत एकदम सामान्य जैसे एक नए रूप में दिख रहे हैं। उनकी नई फोटो में गमछा भी नहीं नजर आ रहा है।
उधर कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर बैठे प्रदर्शनकारियों द्वारा मानसून सत्र के दौरान दिल्ली कूच करने के एलान पर दिल्ली पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। प्रदर्शनकारियों को दिल्ली में न घुसने देने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। नई दिल्ली जिला को खासतौर पर पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
सोमवार से शुरू हुए मानसून सत्र में व्यवधान डालने संबंधी खुफिया जानकारी मिलने के बाद सिंघु, गाजीपुर समेत सभी सीमाओं पर पुलिसकर्मियों व अर्धसैनिक बल के जवानों की संख्या बढ़ा दी गई थी। पुलिस आयुक्त ने सख्त निर्देश जारी कर कहा है कि कानून अपने हाथ में लेने वालों के साथ पुलिस सख्ती से निपटे। पुलिस को सूचना मिली थी कि प्रदर्शनकारी छोटे-छोटे समूहों में इंडिया गेट, राजपथ, जंतर-मंतर आदि जगहों पर पहुंचकर नारेबाजी कर सकते हैं। इसके मद्देनजर इन जगहों पर भी पुलिस मुस्तैद रही। लाल किले की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां भी रद कर दी गई थी।
इससे पहले भारतीय किसान यूनियन ने सिसौली में हुई मासिक पंचायत में जल्द ही चुनावी बिगुल फूंकने का एलान कर दिया। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि पांच सितंबर को राजकीय इंटर कालेज मैदान में होने वाली महापंचायत में विधानसभा चुनाव से जुड़ी आगे की रणनीति पर निर्णय लिया जाएगा। चौधरी टिकैत ने कहा कि चुनाव लड़ेंगे या लड़ाएंगे, इस पर आखिरी फैसला संयुक्त किसान मोर्चा लेगा। वह कोई व्यक्तिगत निर्णय नहीं लेंगे। भाकियू युवा के अध्यक्ष चौधरी गौरव टिकैत ने कहा कि यह किसानों की लड़ाई है। सरकार किसानों की आवाज दबाना चाहती है, लेकिन भाकियू हर मोर्चे पर किसानों के हक की लड़ाई लड़ती रहेगी।