महाराष्ट्र के ठाणे जिले में लगातार बारिश के कारण भूस्खलन से झुग्गी बस्ती में तीन नाबालिगों सहित परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई। अभी तक मारे गए लोगों की पहचान नहीं हो पाई है। राहत और बचाव कार्य जारी है। इधर, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। बादल आफत बनकर बरस रहे हैं। शनिवार देर रात से शुरू हुई तेज बारिश के कारण महानगर में कई स्थानों पर भूस्खलन व मकान गिरने से 30 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हुए हैं।
मुंबई के कई इलाके ऐसे रहे, जहां 350 मिमी तक बारिश हुई। रविवार शाम साढ़े सात बजे तक की रिपोर्ट के मुताबिक भाईंदर में 238.5 मिमी, मीरारोड में 222 मिमी, सांताक्रूज में 130 मिमी, जुहू एयरपोर्ट परिसर में 133 मिमी और महालक्ष्मी में 167 मिमी बरसात दर्ज की गई है। भारी बरसात के कारण 11 स्थानों पर भूस्खलन या मकान ढहने की घटनाएं हुईं। चेंबूर क्षेत्र के न्यू भारत नगर में भूस्खलन के बाद एक दीवार ढह जाने से अब तक 19 लोग मारे जा चुके हैं। इसी प्रकार विक्रोली में एक दोमंजिला घर गिरने से 10 लोगों की जान गई व भांडुप में एक दीवार गिरने से एक युवक के मारे जाने की खबर है।
महानगर की दोनों नदियां उफान पर हैं। मुंबई में एक महीने के भीतर गरज के साथ तूफान की यह पांचवीं घटना है। इससे पहले नौ, 11, 12 और 16 जुलाई को भी गरज के साथ तूफान के बाद भारी बरसात हुई थी। रात भर हुई मूसलाधार बारिश के कारण मुंबई की दोनों बरसाती नदियां मीठी व दहिसर नदी उफान पर हैं। इनके आसपास के इलाकों में भूतल पर रहने वाले लोगों के घरों में पानी भर गया है। घरों से पानी निकालने में बाधा बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) की ओर से जलभराव वाले इलाकों से पानी खींचकर समुद्र में फेंकने के लिए कई भारी पंपिंग सेट्स की व्यवस्था की गई थी। लेकिन रविवार सुबह करीब पांच बजे समुद्र में ज्वार का समय होने के कारण ये पंपिंग सेट भी जलभराव रोकने में कामयाब नहीं हो सके। ठाणे और पालघर में भी दिखा असर भारी बरसात का असर मुंबई से सटे ठाणे एवं पालघर जिलों में भी देखने को मिला। ठाणे के मीरा रोड और पालघर के वसई क्षेत्र में इमारतों के भूतल में तीन-चार फुट तक पानी भर गया। रविवार को दिन में भी भारी बरसात होने के कारण जलभराव वाले इलाकों में अब भी पानी भरा हुआ है।
मुंबई को जलापूर्ति करने वाले जलशोधन केंद्र व पंपिंग स्टेशन में भी बारिश का पानी भर जाने के कारण महानगर में पेयजल का संकट पैदा हो गया है।मुंबई में शनिवार रात 11 बजे से भारी बरसात शुरू हो गई थी, जो सुबह चार बजे तक लगातार चलती रही। राज्य सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे के अनुसार कुछ इलाकों में तो सिर्फ तीन घंटे में 200 मिलीमीटर से अधिक बरसात हुई, जोकि अतिवृष्टि की श्रेणी में आती है। इसे बादल फटने जैसी घटना कहा जा सकता है।