लखनऊ: राजधानी लखनऊ पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है. जो लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से अपना शिकार बनाते थे.
इस आरोपी महिला ने पहले डॉक्टर से चैटिंग की. उसके बाद मिलने को बुलाया. मिलने के दौरान डॉ अखिलेश कुमार चौबे को नशीला पदार्थ खिलाकर
उसके साथ अश्लील और आपत्तिजनक फोटो खिंचाई और वायरल करने के नाम पर उससे वसूली भी की. वसूली के दौरान
एटीएम का पिन ना बताने पर डॉ की जमकर पिटाई कर दी. किसी तरह अपराधियों के चंगुल से छूटने के बाद डॉक्टर ने पुलिस को पूरी आपबीती बताई.
पुलिस को घटना की सच्चाई न बताकर पुलिस को गुमराह भी किया गया.
डॉक्टर के हुए अपहरण मामले में पुलिस जांच कर रही थी. जांच में हनी ट्रैप का मामला सामने आया. जिसमें देखा गया
कि डॉक्टर ने पहले फोन पर महिला से बात की. उसके बाद उनके साथ घूमने गए और एकाएक उसके शिकार हो गए.
जिस फ्लैट में में डॉक्टर अखिलेश कुमार चौबे गए थे वहां पर पहले से ही कुछ लोग मौजूद थे. जिन्होंने डॉ को बंधक बनाया
और उनके पास रखी नगदी व एटीएम कार्ड छीन ली. एटीएम का पिन ना बताने पर डॉक्टर की पिटाई कर दी. इस गिरोह में 7 लोग बताए जा रहे हैं
. वहीं आरोपी महिला कहकशा दिल्ली की वहीं आरोपी युवक सचिन रावत उन्नाव का रहने वाला बताया गया है.
जेसीपी अपराध नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि यह गिरोह में 7 लोग शामिल हैं. वहीं डॉ अखिलेश कुमार चौबे जो 30 तारीख को इस गिरोह के शिकार हुए थे.
जिसके बाद उन्होंने मुकदमा दर्ज कराया था. मामले की जांच की जा रही थी. जिसमें हनी ट्रैप का मामला सामने आया.
इस घटना का खुलासा करने वाली टीम को 15000 व आरोपियों पर 20000 का इनाम देने की घोषणा की है. आरोपियों की फोटो भी सोशल मीडिया पर देने की बात कही जा रही है.