तेजस्‍वी के पास झांसा देने के सिवा रास्‍ता नहीं, मुंगेरी लाल के सपने देख रहे राजद नेता बोली- BJP | Bihar Latest News

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव द्वारा नीतीश सरकार के चंद दिनों में गिर जाने के बयान पर भाजपा और जदयू के नेता खूब चुटकी ले रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष संजय जायसवाल, सांसद सुशील मोदी के अलावा जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी तेजस्‍वी के बयान पर तंज कसा है। संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार की जनता ने राजद को नकार दिया है। ऐसे में उनके सामने झांसा देकर अपने लोगों को बांधे रखने के सिवा दूसरा रास्‍ता नहीं है। उन्‍हें डर है कि लंबे समय से सत्‍ता से दूर रहने के कारण उनके लोग पार्टी छोड़कर भाग नहीं जाएं। इधर सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्‍वी मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने तो यहां तक कह डाला कि राजद के कई विधायक उनके संपर्क में हैं।

A new Tejashwi emerges ahead of Bihar polls — more mature and in control of  RJD

सुशील मोदी बोले- सच नहीं होगा तेजस्‍वी का सपना

सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्‍वी का सपना सच नहीं होने वाला है। बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्‍व में एनडीए सरकार को जनता ने जनादेश दिया है और यह सरकार विकास के एजेंडे पर चलते हुए पांच साल आराम से पूरे करेगी। उन्‍होंने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की स्‍वच्‍छ छवि पर भरोसा जताया। बिहार में एनडीए पूरी तरह एकजुट है।

लालू कर चुके हैं सरकार गिराने की नाकाम कोशिश

सुशील मोदी ने कहा कि इससे पहले भी लालू यादव खुद रांची की जेल में रहते एनडीए के विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर चुके हैं और उन्‍हें मुंह की खानी पड़ी है। अब खड़ाउं सरकार का जमाना नहीं रहा और बिहार की जनता जनमत से छेड़छाड़ की कोशिश बिल्‍कुल भी बर्दाश्‍त नहीं करेगी। इस बात को राजद के नेताओं को समझ जाना चाहिए।

Tejashwi Yadav worked hard but it wasn't enough - The Economic Times

जदयू के नेताओं ने भी बताया बयान को निराधार

तेजस्‍वी यादव की ओर से बिहार की सरकार के गिर जाने के बयान दिए जाने पर जदयू के नेताओं ने भी इसे निराधार बताया है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि तेजस्‍वी सनसनी के लिए ऐसे बयान देते रहते हैं। वे कभी मुख्‍यमंत्री बन ही नहीं सकते। उन्‍होंने कहा कि राजद के भी कई विधायकों से उनके व्‍यक्तिगत रिश्‍ते हैं, लेकिन इसका कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जा सकता है।

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