मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को सुबह अलीगढ़ के दौरे पर पहुंच गए। यहां उन्होंने एएमयू जेएन मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में अलीगढ़ मंडल के अधिकारियों से कोरोनावायरस के नियंत्रण को लेकर गहन मंथन किया और पूछा कोरोना की दूसरी लहर से बचाने के लिए क्या तैयारी है।
वैक्सीनेशन पर दिया जोर
मुख्यमंत्री ने वैक्सीनेशन पर खास जोर देते हुए कहा कि वैक्सीन कोरोना से बचाव का सुरक्षा चक्र है। कुछ लोग मौतों पर राजनीति कर भ्रम फैला रहे हैं। सभी को वैक्सीनेशन में भागीदार बनना है। अलीगढ़ में भी 18 वर्ष आयु से ऊपर के लाेगाें का वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है। साथ ही कोविड अस्पतालों में डायलिसिस की सुविधा दुरुस्त करने पर भी जोर दिया। कहा सरकार ने एंबुलेंस के रेट तय किए हैं। डीएम व एएमयू प्रशासन इस बिंदु पर भी काम करे कि कितने टेस्ट कराए गए, कितने पाजिटिव केस निकले, उनके बेहतर इलाज पर काम होना चाहिए। कहा कि वैक्सीनेशन के साथ संक्रमण को रोकना भी प्राथमिकता है, इसके लिए वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाए जा सकते हैं। सब्जी मंडी, फल मंडी आदि बड़े मैदानों में इसकी व्यवस्था की जा सकती है। हर व्यक्ति महत्वपूर्ण है इसलिए सभी की जान बचानी है। जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि सप्ताह में कम से कम एक बार जन प्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल मीटिंग जरूर करें।
वैक्सीन कोरोना से बचाव का सुरक्षा चक्र
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में हुई बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैक्सीनेशन पर जोर दिया। कहा, वैक्सीन कोरोना से बचाव का सुरक्षा चक्र है। सभी को वैक्सीनेशन में भागीदार बनना है। डीएम व एएमयू प्रशासन इस बिंदु पर भी काम करें कि कितने टेस्ट कराए गए, कितने पाजिटिव केस निकले, उनके बेहतर इलाज पर काम होना चाहिए। वैक्सीनेशन के साथ संक्रमण को रोकना भी प्राथमिकता है, इसके लिए वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाए जा सकते हैं।
नदियों के किनारे टीमों को तैनात किया जाए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर चुनौती के लिए तैयार रहना होगा। पैरामेडिकल स्टाफ ट्रेनिंग के कार्यक्रम चलते रहने के साथ मैन पावर की कमी नहीं रहनी चाहिए। ज्यादा से ज्यादा कोरोना संदिग्धों के टेस्ट कराए जाएं। किसी पाजिटिव मरीज की जांच में देर से उसकी जान जा सकती है। निर्देश दिए कि एंबुलेंस वहीं उपलब्ध कराएं जहां मरीज है। नदियों के किनारे टीमों को तैनात किया जाए, जिससे किसी भी शव को जल समाधि के लिए नदी में न डाला जाए। जानवरों तक को पानी में नहीं फेंकते हैं, इससे जल प्रदूषण फैलता है। साथ ही कहा कि टेलीमेडिसिन पर विशेष जोर दिया जाए, होम आइसोलेट हुए मरीजों का राेज हाल लिया जाए। इसके लिए फोन काल की संख्या निरंतर बढ़नी चाहिए। होम आइसोलेशन पर जोर देते हुए कहा कि होम आइसोलेशन की सुविधा उन्हीं को दी जाए जिनके घरों में अलग से पर्याप्त व्यवस्था हो। एएमयू कोरोना संक्रमितों के इलाज में बेहतर काम कर रहा है, सरकार की ओर से पूरी मदद की जाएगी।