ममता के खासमखास रहे शिशिर अधिकारी से बातचीत:शुभेंदु से समझौते के लिए प्रशांत किशोर मेरे घर आए थे, तीन घंटे रुके थे; उसे डिप्टी CM बनाने का ऑफर दे रहे थे

ममता के खासमखास रहे शिशिर अधिकारी से बातचीत:शुभेंदु से समझौते के लिए प्रशांत किशोर मेरे घर आए थे, तीन घंटे रुके थे; उसे डिप्टी CM बनाने का ऑफर दे रहे थे

  • ममता बनर्जी धोखेबाज हैं, उन्होंने शुभेंदु को प्रताड़ित किया है, हम गलियों में भीख मांगने वाले नहीं हैं जो उनके सामने सरेंडर कर देते
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब तक जीवित रहेंगे वे PM बने रहेंगे, मैं चाहता हूं कि मेरा बेटा उनकी देखरेख में आगे बढ़े

कभी ममता बनर्जी के खासमखास रहे शिशिर अधिकारी 2009 से लोकसभा सांसद हैं। मनमोहन सिंह सरकार में वे केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। हाल ही में वे भाजपा में शामिल हुए हैं। पहले चरण की वोटिंग से एक दिन पहले भास्कर ने उनसे खास बातचीत की। अधिकारी ने हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया। उन्होंने बताया कि ममता बनर्जी ने किस तरह उनके बेटे शुभेंदु अधिकारी (नंदीग्राम विधानसभा सीट से BJP कैंडिडेट) को प्रताड़ित किया, जिसकी वजह से उनके परिवार को TMC से बाहर होना पड़ा। उन्होंने एक बड़ा खुलासा यह भी किया कि शुभेंदु बचपन में साधु बनना चाहते थे। पढ़िए, इस बातचीत के प्रमुख अंश…

आपका परिवार आजादी के आंदोलन और अध्यात्म से कैसे जुड़ा हुआ है?

हमारा परिवार सुभाषचंद्र बोस, महर्षि अरविंद और गांधी जी को मानने वाला रहा है। इसलिए हमें पता है कि कब आक्रामक होना है और कब शांत रहना है। इस बार के चुनाव में हम बंगाल के मुख्यमंत्री का खेल खत्म करेंगे।

शुभेंदु के बचपन के बारे में बताइए, क्या उनमें शुरू से ही फाइटिंग स्पिरिट रही है?

हमारा परिवार आजादी के आंदोलन और अध्यात्म से जुड़ा रहा है। हमारे परिवार में कई लोग साधु हुए हैं। शुभेंदु बचपन में हर शनिवार को नहाने के बाद रामकृष्ण मिशन जाता था। चूंकि हम लोग बिजनेस से जुड़े हुए थे, तो शुभेंदु रूमाल में चिल्लर भर लेता था और रामकृष्ण आश्रम जाने से पहले रास्ते में दान कर देता था। तब वह लंबे बाल रखता था। परिवार के लोग ये सोचने लगे थे कि वह साधु बनेगा, लेकिन जैसे ही उसने कॉलेज जाना शुरू किया वह स्टूडेंट पॉलिटिक्स में शामिल हो गया और वहां विपक्ष को खत्म कर दिया।

इसके बाद कोऑपरेटिव सेक्टर्स में और फिर सक्रिय राजनीति में भी उसने विपक्ष को खत्म कर दिया। हमें लगता है कि विपक्ष को खत्म करना उसे भगवान ने तोहफे के रूप में दिया है। उम्मीद है कि आगे भी उसे भगवान का आशीर्वाद मिलता रहेगा।

आप बंगाल की पॉलिटिक्स में पिछले 60 सालों से सक्रिय हैं, इस चुनाव को लेकर आपका क्या अनुमान है?

BJP निश्चित रूप से इस चुनाव में 200 सीटें जीतेगी। पिछले लोकसभा चुनाव में BJP ने उन क्षेत्रों से 18 सीटें जीतीं, जो वंचित रह गए हैं, जहां विकास नहीं हो सका है। ऐसे में मेरा मानना है कि इस बार इन इलाकों में भाजपा बड़ी जीत हासिल करेगी। मैं आपको यह भी बता दूं कि नरेंद्र मोदी एक ऐसे नेता हैं जो जीवित रहने तक PM बने रहेंगे।

TMC पर भ्रष्टाचार और तोलाबाजी के आरोप लगे हैं, आपके भाजपा में शामिल होने की वजह क्या रही?

मैं पिछले 60 साल से राजनीति में हूं। ग्राम पंचायत से लेकर केंद्र सरकार में मंत्री के रूप में काम कर चुका हूं। इसलिए मुझे पता है कि चीजें कैसे बदलती हैं। जब ममता आंदोलन कर रही थीं, तब वह ईमानदार थीं, लेकिन अब वे बेईमान और भ्रष्ट हो गई हैं। पिछले पंचायत चुनाव में उन्होंने लोगों को चुनाव नहीं लड़ने दिया। नंदीग्राम में लोगों पर अत्याचार करने वाले सभी पुलिस अधिकारियों को प्रमोट कर दिया।

उन्होंने स्कूल साहित्य में सिंगुर आंदोलन को प्रमुखता दी, लेकिन नंदीग्राम की उपेक्षा की क्योंकि इसका नेतृत्व शुभेंदु ने किया था। ममता ने सिंगुर के लोगों को पेंशन दी, लेकिन नंदीग्राम के लोगों को नहीं। यह एक ऐसी पार्टी है जिसने चायवालों का भी भुगतान नहीं किया। हमने TMC से चाय का एक पैसा तक नहीं लिया है, बल्कि उन्हें दिया है।

पार्टी में शुभेंदु के साथ भेदभाव कैसे किया गया?

ममता ने शुभेंदु का विरोध अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी के लिए किया। शुभेंदु एक सफल मंत्री थे, लेकिन विभागीय सचिवों से उन्हें फाइलें न देने के लिए कहा गया था। उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया है। वह मेरे साथ 2009 से सांसद हैं, लेकिन जब उसका केंद्रीय नेताओं के साथ बेहतर रिश्ता हो गया तो दीदी ने वापस बंगाल बुला लिया, ताकि उसे अपनी कस्टडी में रख सकें। शुभेंदु को उन जिलों में भेजा गया, जहां पार्टी हार रही थी, लेकिन उसने वहां भी बेहतर परफॉर्म किया। जब पार्टी मजबूत हो गई, तो दीदी ने अभिषेक को अपना उत्तराधिकारी बना दिया। इसलिए हमने सोचा कि हम सड़कों पर भीख मांगने वाले या उनके कर्मचारी नहीं हैं, जो हमारे साथ इस तरह का भेदभाव किया जाएगा।

क्या आपको लगता है कि अधिकारी परिवार ही ममता को चैलेंज कर सकता है?

हम लोग ही एकमात्र ऐसे थे जो दीदी के सामने बोलते थे। पार्टी के दूसरे नेता अपनी बात रखने के लिए हमसे कहते थे क्योंकि वे दीदी से डरते थे। कोर कमेटी की बैठक में भी केवल शुभेंदु ही अपनी बात रखते थे, लेकिन ममता को यह अच्छा नहीं लगता था, क्योंकि उन्हें यस मैन चाहिए था। ​​​​​​अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना मेरे कैरेक्टर में रहा है जो मुझे अपने पूर्वजों से विरासत में मिला था। अब वहीं काम शुभेंदु भी कर रहा है।

शुभेंदु को BJP में शामिल होने से रोकने के लिए दीदी से समझौते का फॉर्मूला क्या था?

जब शुभेंदु के साथ पार्टी में भेदभाव किया जाने लगा, तब अमित शाह और दिल्ली के नेताओं ने उनसे संपर्क किया। भाजपा में उनके शामिल होने से तीन महीने पहले पार्टी की तरफ से मुझे फोन आया था। मुझसे कहा गया कि मैं शुभेंदु को समझाऊं, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। प्रशांत किशोर भी मेरे घर आए थे, लेकिन शुभेंदु उनसे नहीं मिला। प्रशांत किशोर तीन घंटे तक मेरे घर पर रुके थे और उसके लिए डिप्टी CM का पोस्ट ऑफर किए थे। मैंने फोन पर शुभेंदु को यह बात बताई, लेकिन उसने मना कर दिया, क्योंकि वह अब मुकाबला करना चाहता था।

दीदी ने आपके परिवार को मीरजाफर, गद्दार, बेईमान और बड़ा गधा कहा, आप क्या कहेंगे?

मीरजाफर ने भले ही सिराजुद्दौला को पछाड़ दिया हो, लेकिन हम बंगाली लोगों को यहां से अयोग्य और बेईमान लोगों को हटाना आता है। इस बार ये काम किया जाएगा। हम अगली पीढ़ी की आजादी के लिए लड़ना चाहते हैं।

बंगाल के लिए अधिकारी परिवार क्या करना चाहता है?

दरअसल दीदी ने पूर्व मेदिनीपुर के लोगों के साथ धोखा किया है। हम लोग सालों से एक बंदरगाह की मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने इसे साउथ 24 परगना को दे दिया। हां हम बंगाल को आजाद करना चाहते हैं। हम डेवलपमेंट के जरिए यहां के लोगों को दूसरे राज्यों में पलायन करने से रोकना चाहते हैं। हमारे यहां के लोग गुजरात, पंजाब और दूसरे राज्यों में मजदूरी के लिए जाते हैं। हम उन्हें यहीं रखना चाहते हैं।

शुभेंदु के खिलाफ CBI जांच को लेकर आपका क्या कहना है?

CBI ने शुभेंदु को बुलाया था। उन्होंने उसे कॉफी ऑफर की और फिर जाने दिया, क्योंकि उनको आरोपों को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं मिला। शारदा-नारदा केस में शुभेंदु के खिलाफ साजिश रची गई थी।

क्या आप चाहते हैं कि शुभेंदु CM बनें?

मुख्यमंत्री पद के चयन को लेकर BJP अपना काम करेगी। मेरा बेटा PM मोदी और अमित शाह के साथ है। मैं चाहूंगा कि वे लोग उस पर अपना आशीर्वाद बनाए रखें।

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