सीएम योगी ने गुर्जरों और राजपूतों के बीच ‘पुल’ बनाने का किया काम

सम्राट मिहिर भोज के गुर्जर और राजपूत होने के संवेदनशील मुद्दे को लेकर कई दिनों से सामने आ रहे संगठनों के दावों के कारण बढ़ती कड़वाहट कम करने के लिए मुख्यमंत्री योगी ने दोनों के रिश्तों को पुराने और प्रगाढ़ बताते हुए मिठास घोलने का काम किया। उन्होंने जाति को मुद्दा न बनाकर धर्मरक्षक मिहिर भोज की शौर्य गाथा से विधानसभा चुनाव 2022 में फिर परचम लहराने के लिए निशाना साधा। दोनों समुदाय के बीच संतुलन बरकरार रखने के लिए जाति विशेष का सहारा न लेकर लोगों को मंच से राष्ट्र धर्म निभाने का संदेश दिया। उनके वक्तव्य पर भीड़ ने योगी..योगी के नारे लगाकर और तालियां बजाकर जवाब दिया।

बता दें कि गौतमबुद्ध नगर को अब तक जहां आर्थिक राजधानी व प्रदेश का शो विंडो भी कहा जाता रहा है, वहीं बुधवार को मुख्यमंत्री ने जिले को प्रदेश का चेहरा भी बताया। उन्होंने कहा कि आगे के पांच साल जिले के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। मेट्रो के विस्तार से लेकर जेवर एयरपोर्ट व उसके आसपास का विकास, फिल्म सिटी प्रोजेक्ट समेत अन्य बड़े विकास परियोजनाओं को यहां स्थापित किया जाना है, ऐसा तभी होगा, जब पार्टी पर जनता का विश्वास बरकरार रहेगा। मुख्यमंत्री ने संवेदनशील मुद्दों पर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया।

Yogi sarkar made a plan to provide employment to one lakh twenty thousand  youth in UP sarkari naukari rojgar - योगी सरकार ने बनाया यूपी में एक लाख  बीस हजार युवाओं को

सम्राट मिहिर भोज की जाति पर प्रकाश डालकर उन्होंने समाज को उनका वंशज होने पर गौरवान्वित महसूस कराया। गुर्जर व राजपूतों के बीच टकराव को कम करने के लिए कई महापुरुषों के जीवन पर प्रकाश डाला और युवाओं को नई राह दिखाई। साथ ही विधानसभा चुनाव 2022 में दादरी विधानसभा में बीजेपी की सीट पक्की करने का भी प्रयास किया। मुख्यमंत्री ने दोनों समुदाय के बीच रिश्ते मजबूत और प्रगाढ़ करने के लिए मां पन्नाधाय गुर्जरी का जिक्र किया।

Yogi Adityanath: CM योगी ने ढाई साल के कार्यकाल की गिनाईं उपलब्धियां, जानें  बड़ी बातें - uttar pradesh cm yogi adityanath present his report card of  two and half years government |

सुरेंद्र नागर को दी तव्वजो

गुर्जरों को लुभाने के लिए मुख्यमंत्री ने राज्यसभा सदस्य व भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र नागर को खास तवज्जो दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी तो अवैध बूचडखाने बंद कराने का सबसे पहला फैसला उन्होंने सुरेंद्र नागर के कहने पर ही लिया था। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुरेंद्र नागर और हम लोकसभा में साथ-साथ थे। उनसे चर्चा हुई तो पता चला कि इनका दूध का कारोबार है। इनकी दूध की बड़ी डेयरी है। उन्हें इस कारोबार आगे बढ़ाने की सलाह दी, जिससे किसानों और पशु पालकों को रोजगार मिल सके। इसके अलावा क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल, परिवहन मंत्री अशोक कटारिया, युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष सतेंद्र अवाना को भी मुख्यमंत्री ने तरजीह दी।

Like us share us

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *