भोपाल। कर्नाटक में लंबे सियासी नाटक के बाद अब मध्य प्रदेश में नए सियासी घटनाक्रम ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन जिस तरह मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा के दो विधायकों को अपने पाले में लाकर भाजपा को पटखनी दी उसके बाद सियासत पूरे उफान पर है।
एक ओर भाजपा के बड़े नेता लगातार बैठकों के जरिए डैमेज कंट्रोल की कोशिश में जुटे है तो पार्टी आलाकमान ने प्रदेश अध्यक्ष अध्यक्ष राकेश सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दिल्ली तलब कर लिया है। भाजपा खेमे में जहां बैचेनी देखी जा रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस के बड़े नेता खुलकर दावा कर रहे हैं कि अभी तो कर्नाटक का हिसाब बाकी है।
जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा कहते हैं कि भाजपा के कई विधायक बाउंड्री पर खड़े हुए है जो कभी भी कांग्रेस ज्वॉइन कर सकते हैं। ऐसे में वह नेता जो पिछली शिवराज सरकार में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे उन पर अब सभी की निगाहें लग गई है और चर्चा तो इस बात की भी है कि इनमें से कुछ भाजपा विधायक कांग्रेस के बड़े नेताओं के सीधे संपर्क में है।
संजय पाठक – शिवराज सरकार में मंत्री रहे और भाजपा विधायक संजय पाठक को लेकर सबसे अधिक चर्चाओं का बाजार गर्म है। गुरुवार को संजय पाठक पहले भाजपा मुख्यालय पहुंचे जहां उनकी पार्टी के बड़े नेताओं से मुलाकात हुई। इसके बाद संजय पाठक के मंत्रालय पहुंचकर मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने की खबरें आई लेकिन संजय पाठक ने इस तरह की किसी भी मुलाकात से इंकार कर दिया।
हालांकि संजय पाठक ने मंत्रालय जाने और कुछ मंत्रियों से मुलाकत करने की बात को स्वीकार करते हुए इसके पीछे क्षेत्र के विकासकार्यो के कामों को बताया। संजय पाठक पुराने कांग्रेसी जो पिछली शिवराज सरकार के समय कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए थे और सूबे में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद उनको लेकर सबसे अधिक घर वापसी की अटकलें लगाई जा रही है।
सुदेश राय – भाजपा विधायक सुदेश राय ऐसे दूसरे नेता है जिनको लेकर सबसे अधिक अटकलें लगाई जा रही है। विधानसभा के मॉनसून सत्र में सुदेश राय कई मौके पर मुख्यमंत्री कमलनाथ की तारीफ करते हुए नजर आए। 2013 में कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय विधायक चुने गए सुदेश राय इस बार भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सुदेश राय पिछले लंबे समय से कांग्रेस नेताओं के साथ नजर आ रहे हैं। हलांकि सुदेश राय कांग्रेस में जाने की खबरों को सिर्फ अटकलबाजी करार दे रहे हैं।
दिनेश राय ‘मुनमुन’ – सिवनी से भाजपा के टिकट पर विधायक चुने दिनेश राय ‘मुनमुन’ पुराने कांग्रेसी रहे है, उनको मुख्यमंत्री कमलनाथ का काफी करीबी माना जाता था। सूत्र बताते हैं कि भाजपा में नाटकीय तरीके से शामिल हुए दिनेश राय ‘मुनमुन’ पार्टी में अपनी उपेक्षा से नाराज है।