दर्द और सूजन को दूर करने वाली दवा बूप्रोफेन(Ibuprofen) सुरक्षित है और इसके उपयोग से अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के मरीजों को कोई नुकसान नहीं हुआ। यह बात 72 हजार से ज्यादा लोगों पर किए गए दवा के असर के अध्ययन में सामने आई है। बूप्रोफेन आमतौर पर दर्द को दूर करने के लिए आर्थराइटिस के मरीजों को दी जाती है। कोविड महामारी के शुरुआती दौर में इस दवा को देने को लेकर ब्रिटेन में काफी बहस चली। कहा गया कि इससे मरीज को नुकसान भी हो सकता है।
इसके कारण महामारी की गंभीरता बढ़ सकती है। इसके बाद इसकी तत्काल जांच का फैसला किया गया। ब्रिटेन की श्वसन तंत्र के रोगों की जांच करने वाली संस्था ने मरीजों की स्थिति का अध्ययन करने के बाद रिपोर्ट दी है कि कोविड पीडि़त मरीजों को यह दवा दी जा सकती है। उनके लिए यह सुरक्षित है।
संस्था की अध्ययन रिपोर्ट लैंसेट ह्यूमेटोलॉजी जर्नल में प्रकाशित हुई है। इस दवा के लेने वाले मरीजों की लगभग उतनी ही संख्या में मौत हुई जितनी इसको न लेने वालों की हुई। इस लिहाज से इस दवा से कोई अतिरिक्त नुकसान होता नहीं पाया गया। यह दवा गंभीर रूप से बीमार लोगों को प्रयोग के तौर पर दी गई थी। वैसे मरीजों को ऑक्सीजन दिए जाने या वेंटिलेटर पर रखे जाने की जरूरत पड़ रही थी।