@आशीष सागर दीक्षित,बाँदा
महोबा/हमीरपुर। बुंदेलखंड के चित्रकूट मंडल मे उत्तरप्रदेश सरकार की हर-घर नल-जल योजना पूरी तरह फेल है। राज्य सरकार के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, जलशक्ति राज्य मंत्री रामकेष निषाद और स्वयं मुख्यमंत्री योगी जी व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अक्सर जनसभाओं मे जनता को टोंटी से पानी पिलाने का बखान करतें है। अखबारों मे बड़े जोरशोर से नामामी गंगे योजना और जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल जल योजना को उत्तरप्रदेश के बुंदेलखंड मे धरातल पर कामयाब करने का डंका पीटा जाता है। लेकिन हकीकत यह है कि महोबा के पसवारा मुहल्ले से लेकर हमीरपुर की खंडोत ग्रामपंचायत तक करोडों रुपयों से बनी पानी की टंकी खुद फटेहाल है। उनमे लीकेज है और भ्रष्टाचार उनकी गवाही देता है। वीडियो मे महोबा के पसवारा और हमीरपुर के खंडोत गांव के लोगो की बयानी सुनकर
आपको बुंदेलखंड मे इस हवाहवाई योजना का सच पता चल जाएगा। खंडोत मे पानी की टँकी मे लीकेज है तो वहीं महोबा के पसवारा मे जगह जगह ब्लाकेज होने से 3 साल बाद भी घरों तक टोंटी के रस्ते पानी नही पहुंचा है। कुल 128.54 लाख रुपये से पसवारा की टंकी का निर्माण तो हुआ पर पानी मुनासिब नही हो सका है।
बाकी सरकार के मंत्री कुछ भी दावा कर सकतें है। कमोबेश बाँदा के ग्राम अछरौड मे भी पानी की टंकी मे लीकेज है। मीडिया की खबरों के बावजूद इस योजना के भ्रष्टाचार पर सरकार के स्तर से कोई कार्यवाही नही है लेकिन फर्जी वाहवाही लूटने का काम ज़रूर होता रहता है।
इस योजना के व्यापक भ्रष्टाचार और तकनीकी खामियों पर महोबा के पसवारा मुहल्ले निवासी सामाजिक कार्यकर्ता सुशील निगम कहतें है कि राज्य सरकार को थर्ड पार्टी एजेंसी से या सीएजी द्वारा इस योजना का सतही मुल्यांक कराना चाहिए। ताकि राज्य सरकार के करोड़ो रूपयों पर बट्टा लगाने वालों पर सख्त कार्यवाही हो सके। वहीं सरकार की मंशा को धूमिल करने वाली कार्यदाई संस्था को ब्लैकलिस्ट किया जाए। महोबा के ग्रामीण इलाकों की लगभग यही स्थिति है। यहां जल जींवन मिशन / हर घर नल जल योजना फ्लॉप है। वहीं बाँदा और हमीरपुर के रहवासियों ने लाखों रुपयों की बेमानी-बेपानी टंकियों पर दुखड़ा रोया है कि प्रशासन और ठेकेदारों ने योजना को गर्त मे मिला दिया है।