रांची. पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh) के निधन (Demise) की खबर सुनकर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) एक पल के लिए स्तब्ध हो गये. रांची में रिम्स के केली भवन में इलाजरत लालू प्रसाद शोक में डूबे हुए हैं. काफी मर्माहत नजर आ रहे हैं. जब से खबर सुनी है तब से किसी से बात नहीं कर रहे. चुपचाप बैठे हुए हैं. तीन दिन पहले ही उन्होंने रघुवंश बाबू के पार्टी से इस्तीफे को नामंजूर करते हुए चिट्ठी लिखकर कहीं नहीं जाने का आग्रह किया था.
सेवक ने बताया लालू का हाल
झारखंड राजद के महासचिव और लालू के सेवक इरफान अहमद अंसारी ने बताया कि रघुवंश बाबू के निधन की खबर सुनने के बाद लालू यादव बेहद शोकाकुल नजर आए. उन्होंने उस क्षण को याद किया, जब तीन दिन पहले उन्होंने रघुवंश बाबू को चिट्ठी लिखकर उनके इस्तीफे को नामंजूर कर दिया था. और कहा था कि आप कहीं नहीं जा रहे हैं.
इरफान अंसारी ने बताया कि निधन की खबर सुनते ही लालू यादव चुपचाप बैठ गए हैं. किसी से कोई बात नहीं कर रहे.
राजद नेता के मुताबिक पूरे राजद परिवार में शोक का माहौल है. रघुवंश बाबू पार्टी के कद्दावर नेता थे. राजद ने नेता नहीं, बल्कि अपना अभिभावक खोया है. पूरा राजद परिवार इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ है.
सीएम से लेकर इन नेताओं ने जताया दुख
सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें जनवादी नेता बताया. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका जाना सियासत के लिए अपूरणीय क्षति है. रघुवंश प्रसाद सरल ह्रदय के जननेता थे.
झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने रघुवंश बाबू के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि रघुवंश प्रसाद जी के निधन से राजनीति को बड़ी क्षति पहुंची है. वे एक जन नेता थे और सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते थे.
झारखंड सरकार के कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल ने कहा कि वैशाली की धरती पर जन्म लेने वाले विशाल हृदय के सम्राट पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन से मैं मर्माहत हूं. ईश्वर से कामना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. और दुख की इस घड़ी में परिवार को दुख सहन करने की शक्ति दे.