@आशीष सागर दीक्षित, बांदा।
- बांदा के तहबाजारी घोटाले मे पटल सहायक के निलंबन का आदेश हुए है।
बांदा। ज़िला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल के कार्यकाल मे अवैध खनन और तहबाजारी मे अवैध परिवहन वसूली की जांच पर पहली कार्यवाही मे पूर्व मे तत्कालीन एमए को हटाने के बाद अब उत्तरप्रदेश शासन ने सहायक पटल के निलंबन का आदेश दिया है। इस मामले मे 6.21 करोड रुपये का भ्रस्टाचार हुआ था। 2023-24 मे प्रति परिवहन 200 रुपया की जगह 400 रुपया वसूली की गई। तत्कालीन सीडीओ वेदप्रकाश मौर्या के बाद बीते माह महोबा डीएम गजल भारद्वाज ने जांच की थी। जिसमे सुनील पटेल सहित नीलामी सदस्य कमल प्रताप,वित्तीय परामर्श दाता पंचानन वर्मा, अपर मुख्य अधिकारी बजगत सिंह, पटल सहायक विनय कुमार व जिला पंचायत अध्यक्ष की मिलीभगत से खनिज परिवहन पर 400 रुपये प्रति ट्रक वसूली की गई। उधर सुनील पटेल ने बसपा सरकार से अब तक के खनिज तहबाजारी ठेकेदारों के कार्यकाल मे की गई उगाही को जांच को मांग करते हुए खुद को राजनीति का शिकार बताया है।
यहां यह गौरतलब है साल 2012-13 मे यही खनिज तहबाजारी प्रति वाहन ज़िला पंचायत कार्यालय मुताबिक महज 20 रुपये थी। तब से लेकर आजतक अनवरत अवैध वसूली होती है। पूर्व तहबाजारी ठेकेदार रहे कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेश दीक्षित के वक्त यह 200 कि जगह 300 रुपया वसूली जाती थी। आज शक्ति सिंह ठेकेदार है तो 200 पर 400 रुपया वसूली होती है। जिसकी आड़ मे ओवरलोडिंग परिवहन व अवैध खनन का डंका बाँदा मे बजता है।