इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल के 14वें सीजन की शुरुआत 9 अप्रैल से हो रही है, लेकिन इससे पहले कुछ खिलाड़ी, ग्राउंड स्टाफ और टीम मैनेजरों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही थीं कि बीसीसीआइ को आइपीएल का आयोजन कराने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि आइपीएल 2021 के मुंबई केंद्र में कई कोरोना केस सामने आए हैं। हालांकि, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि आइपीएल पर कोई खतरा नहीं है।
बीसीसीआइ उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि हमने आइपीएल को लेकर पहले ही सारे कदम उठाकर रखे हैं। राजीव शुक्ला ने बताया है कि मुंबई के बढ़ते कोरोना वायरस केसों को देखते हुए बीसीसीआइ ने पहले ही लखनऊ, इंदौर और हैदराबाद पहले से ही स्टैंड बाय आयोजन स्थल के रूप में रखा हैं, लेकिन अभी मुंबई में होने वाले मैचों को स्थानांतरित करने का कोई फैसला नहीं लिया गया है। मुंबई में दिल्ली कैपिटल्स की टीम है और इस टीम के अहम सदस्य और ऑलराउंडर अक्षर पटेल को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है, जो इस समय आइसोलेशन में हैं और उनकी निगरानी की जा रही है।
राजीव शुक्ला ने कहा है, “हम चाहते हैं कि खिलाड़ियों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाए क्योंकि यह पता नहीं ये कब ज्यादा होगा कब कम। इसके अलावा पत्रकारों को भी फ्रंट लाइन वर्कर मानकर वैक्सीन लगवाई जानी चाहिए। हमने हाल में अहमदाबाद में हुई बीसीसीआइ की बैठक में इस ओर चर्चा की थी कि खिलाड़ियों को वैक्सीन लगनी चाहिए। इसको लेकर बीसीसीआइ स्वास्थ्य मंत्रालय के संपर्क में है।” आइपीएल में खिलाड़ियों के तौर पर तीसरा केस सामने आ चुका है। कोलकाता नाइट राइडर्स के नितीश राणा के बाद दिल्ली कैपिटल्स के अक्षर पटेल और अब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर यानी आरसीबी के ओपनर देवदत्त पडिक्कल को भी कोरोना संक्रमित पाया गया है।