विश्वजल दिवस : बिसंडा विकासखंड के ओरन कस्बे मे सत्तारूढ़ नेताओं, पार्टी से जुड़े मौरम कारोबारी ने धृतराष्ट्र बनी अफसरशाही की आत्ममुग्धता मे गोष्ठी का आयोजन किया... | Soochana Sansar

विश्वजल दिवस : बिसंडा विकासखंड के ओरन कस्बे मे सत्तारूढ़ नेताओं, पार्टी से जुड़े मौरम कारोबारी ने धृतराष्ट्र बनी अफसरशाही की आत्ममुग्धता मे गोष्ठी का आयोजन किया…

@आशीष सागर दीक्षित, बाँदा

  • बीजेपी नेता धीरेन्द्र सिंह की ग्राम प्रधान धर्मपत्नी (ग्राम महोखर ), दैनिक भास्कर के संवाददाता एवं ग्राम प्रधान जी की धर्मपत्नी को किया गया सम्मानित।
  • सम्मान-पत्र मे पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश द्विवेदी (मौरम कारोबारी),चित्रकूट मंडल आयुक्त श्री अजीत कुमार, जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, जलशक्ति राज्य मंत्री श्री रामकेश निषाद का नाम हस्ताक्षर पंक्ति मे लिखा गया बावजूद इसके मंडल आयुक्त श्री अजीत कुमार जी को ही सौंप दिया गया सम्मान-पत्र। क्या जो सम्मान-पत्र दे रहें है, उन्ही को सम्मानपत्र सौंप देना गरिमापूर्ण क्षण है।
  • बाँदा मे कुछ वर्ष से सरकारी जल गोष्ठियों के प्रचारक, प्रसारक / इवेंट प्रबन्धक बने पद्मश्री जी इस आयोजन के संचालनकर्ता रहे। वहीं सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं ने आयोजन की शोभा बढ़ाई।
  • बाँदा ज़िले मे ताबड़तोड़ मौरम अवैध खनन, मृतप्राय तालाबों, केन नदी से खदान चलते हुए भी फरवरी माह से खेतों मे पहाड़ जैसे बालू डंपिंग खेल के दरम्यान दिया विश्व जल दिवस पर जलसंरक्षण का दिव्य संदेश देने का जतन किया।
  • बिसंडा-ओरन मे क्षेत्र के किसानों ने जनसेवक पीसी पटेल के साथ जलशक्ति मंत्री जी को अन्ना पशुओं, लंबित जल परियोजना, स्थानीय जनसमस्याओं पर ज्ञापन दिया।
  • बाँदा जिले मे लगभग 5 वर्षों से जमे पद्मश्री के करीबी मुख्य विकास अधिकारी सहित आला अधिकारी उपस्थित रहें है।


बाँदा यूपी के जलशक्ति मंत्री उत्तर प्रदेश स्वतंत्र देव सिंह के मुख्य आतिथ्य मे तथा जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद व अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में आगामी विश्व जल दिवस के उपलक्ष्य मे जल एवं पर्यावरण गोष्ठी का आयोजन नगर पंचायत ओरन के आकाश गार्डन में किया गया।

गौरतलब है कि कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि एवं अन्य जनप्रतिनिधियों तथा आयुक्त चित्रकूटधाम मण्डल बाॅदा श्री अजीत कुमार एवं जिलाधिकारी श्रीमती जे.रीभा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। प्रदेश के जलशक्ति मंत्री उत्तर प्रदेश स्वतंत्र देव सिंह ने इससे पूर्व सिंचाई एवं जल संशाधन विभाग उत्तर प्रदेश की जनपद बाॅदा में 10.38 करोड़ की 05 परियोजना का लोकार्पण तथा 24.93 करोड़ की 03 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने लघु सिंचाई विभाग की 7.59 करोड़ लागत की 22 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं 15.39 करोड़ की 05 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस प्रकार कुल लागत 58.29 करोड़ की 35 विभागीय परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया।


सूचना विभाग से जारी विज्ञप्ति मुताबिक जलशक्ति मंत्री उत्तर प्रदेश स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जल के क्षेत्र में अनेको महत्वपूर्ण कार्य प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में किये गये है। उन्होंने कहा कि गंगा, जमुना, गोदावरी आदि नदियां हमारी धरोहर हैं। हमारे पूर्वजों ने जल के महत्व को देखते हुए नदियों, तालाबों, पोखरों में जल का संरक्षण कर उसको सुरक्षित रखते थे। संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भूजल स्तर को गिरने से बचाने एवं आने वाले समय में जल संकट से बचाव के लिए सामूहिक रूप से जन सहभागिता करते हुए हमें जल संचयन करना होगा। तालाबों एवं नदियों का जीर्णोद्धार करते हुए वर्षा जल संचयन करना आवश्यक है। अब वो बात अलग है कि बाँदा मे केन नदी दो दर्जन मौरम माफियाओं से हलकान है। जलशक्ति मंत्री जी संबोधन मे बोले कि जल का अनावश्यक दोहन न करें। हम सब को मिलकर इसे रोकना है। बच्चों एवं युवकों जल संरक्षण के प्रति जल की महत्ता से अवगत कराते हुए जागरूक करें।


उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड में पानी की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए केेन्द्र व प्रदेश सरकार ने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर नल जल योजना से प्रदेश के दो करोड़ सैतीस लाख घरों तक पानी के कनेक्शन दिये हैं तथा जनपद बाॅदा में दो लाख अरसठ हजार घरों में पानी कनेक्शन जलापूर्ति हेतु दिये गये हैं। वैसे बाँदा के ग्रामीण क्षेत्रों का अनुश्रवण करने की जहमत व कोई ऐसे दस्तावेज इस आयोजन मे पेश नही हुए है। गांव की उखड़ी सड़के इस योजना पर कितनी व्यथित है उनकी चर्चा भला कौन करता ? अलबत्ता उन्होंने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना से 02 लाख 51 हजार हेक्टेयर मे किसानों को सिंचाई हेतु पानी की उपलब्धता होगी। जल संरक्षण को गम्भीरता से अपनाते हुए इसे जन आन्दोलन बनायें और पानी को बचायें। वे कहते है कि हर खेत में मेड और मेड पर पेड़ अवश्य लगायें, जिससे जल संरक्षण में मदद होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास कार्य तेजी से किये जा रहे हैं तथा प्रदेश में पर्यटन को बढावा मिलने से बेहतर रोजगार के अवसर भी प्राप्त हो रहे हैं।


खनन क्षेत्र प्रभावित इलाके के रहवासी सूबे के जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने कहा कि राष्ट्रीय जल दिवस के उपलक्ष्य मे जल संरक्षण एवं संचयन हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जल संचयन के कार्य मे सभी को जागरूक एवं सजग होकर सहयोग करना चाहिए। उन्होंने बुन्देलखण्ड में खनिज सम्पदा है लेकिन जल की आवश्यकतानुसार कमी रहती है। जिसके लिए सरकार ने कार्य करते हुए हर घर नल जल योजना बुन्देलखण्ड में संचालित की है। जलशक्ति राज्य मंत्री ने बताया कि 45 हजार करोड़ की लागत से केन-बेतवा लिंक परियोजना मे कार्य किया जा रहा है, जो इस क्षेत्र की लिए वरदान साबित होगी। यह अलग बात है कि देश के पानी, पर्यावरण, नदी, जंगल विशेषज्ञ और इस परियोजना की डीपीआर अध्ययन कर्त्ता क्या दावा करतें है। किसी ने पन्ना टाईगर डूब क्षेत्र मे केन बेतवा परियोजना की जद पर आने वाले 40 लाख पेड़ो के कुर्बानी की बात नही की है। बिना पेड़ पानी कैसे आएगा अब यह इस आयोजन मे कौन पूछ सकता था ? केंद्र सरकार ने परियोजना संदर्भ मे पर्यावरण प्रभाव आंकलन को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित सीईसी कमेटी के सुझाव को नजरअंदाज क्यों किया यह विश्व जल दिवस के इस आयोजन का हिस्सा नही था। फिर भी उन्होंने जल की महत्ता के सम्बन्ध में कहा कि जल के बिना जीवन सम्भव नही है। इसलिए सभी लोग सामूहिक रूप से जल संरक्षण के प्रति एकजुट होकर जल संचयन का कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश एवं जनपद में अनेकों जन कल्याणकारी योजनायें संचालित कर विकास हेतु कार्य किये जा रहे हैं।


पद्मश्री श्री उमाशंकर पाण्डेय ने कार्यक्रम मे लोगों के बीच दावा किया कि जनपद में कई ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण के लिए बेहतर कार्य किये गये है। वहीं उन्होंने जल के संरक्षण एवं संचयन पर अपने अंदाज मे जोर देते हुए कहा कि भूजल स्तर लगातार कम हो रहा है और जनसंख्या निरन्तर बढ रही है। इसलिए आने वाले समय मे जल की कमी को देखते हुए ऐसे आयोजनों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। पद्मश्री ने जल संकट से बचाव हेतु वर्षा जल संचयन एवं संरक्षण के कार्य को सामूहिक रूप से जन आन्दोलन के साथ करने का आवाहन किया। संबोधन मे कहा कि ब्लाक स्तर पर जल संरक्षण हेतु कार्यक्रमों का आयोजन करने एवं पानी की पाठशाला आयोजित कर लोगों को जल बचाव के प्रति जागरूक करें।


आयुक्त चित्रकूटधाम मण्डल बाॅदा श्री अजीत कुमार ने कहा कि जल संरक्षण के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार के द्वारा विगत वर्षों में कार्य किया गया है, जिससे कि जल संरक्षण के प्रति लोगों मे सजगता हुई है। उन्होंने कहा कि जल संचयन के लिए जन सहयोग एवं सकारात्मक सहभागिता की आवश्यकता है और मिलजुल कर इस क्षेत्र में बेहतर कार्य करना है। उन्होंने कहा कि बाॅदा एवं महोबा में जल संरक्षण की जागरूकता के लिए गोष्ठियों का आयोजन किया गया है। इसी प्रकार अन्य जनपदों में भी युवाओं एवं लोगों को जागरूक करने के साथ जल बचाने की हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी होगी।
इस अवसर पर सरकार की मंशा अनुसार जल संरक्षण एवं संचयन के क्षेत्र में कार्य करने वाले ग्राम प्रधानों एवं अन्य लोगों को उत्तरप्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह द्वारा स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर क्रमशः श्री अजीत सिंह, श्री स्वर्ण कुमार वर्मा, श्रीमती विनीता त्रिपाठी पतौरा, श्रीमती अर्चना सिंह महोखर, श्री चन्दिका प्रसाद, श्री रामभरत सिंह आदि लोगों को सम्मानित किया गया।


आज इस कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल, विधायक नरैनी श्रीमती ओममणि वर्मा, एमएलसी सीतापुर पवन कुमार सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष कल्लू सिंह राजपूत, जिला उपाध्यक्ष धर्मेंद्र त्रिपाठी, बीजेपी नेता राजेश द्विवेदी एवं मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे, ग्राम प्रधानपति व दैनिक भाष्कर संवाददाता ओमप्रकाश त्रिपाठी, बीजेपी युवा नेता धीरेन्द्र सिंह, महोखर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

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