लोकसभा चुनाव से पहले सबसे बड़ा मुद्दा बनकर उभरे पुलवामा हमले पर राजनीति अभी भी जारी है. खास बात ये है कि आज जारी पांचवें चरण के मतदान में पुलवामा में भी वोट डाले जा रहे हैं. मतदान के बीच पुलवामा के पोलिंग बूथ पर धमाका भी हुआ. यहां रोहमू पोलिंग बूथ पर ग्रेनेड फेंका गया. इस ब्लास्ट के बाद करीब 1.30 बजे दूसरा ब्लास्ट हुआ, हालांकि किसी को चोट पहुंचने की रिपोर्ट नहीं आई.
आज देश की 51 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं, जिसमें जम्मू-कश्मीर की लद्दाख और अनंतनाग सीट शामिल हैं. अनंतनाग में आने वाले पुलवामा में सोमवार सुबह से ही मतदाताओं की भीड़ पोलिंग बूथ पर दिखी. पुलवामा हमले को दो महीने से अधिक हो चुका है, लेकिन आतंकवाद को करारा जवाब देते हुए यहां के मतदाता लोकतंत्र का जश्न मनाने पहुंचे हैं.
पुलवामा ने बदला चुनावी मुद्दा
पुलवामा में इसी साल 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था, जिसमें देश के 40 जवान शहीद हो गए थे. इसी हमले के बाद देश में गुस्सा था और पुलवामा एक दम से राजनीति के केंद्र में आ गया था.
राष्ट्रवाद के मुद्दे पर वोट मांग रही बीजेपी
पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत की वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी और जिसके बाद राष्ट्रवाद का मुद्दा अहम हो गया था. सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवाद के मुद्दे को लेकर देश में वोट मांग रही है, तो वहीं विपक्ष पुलवामा आतंकी हमले और एयरस्ट्राइक के चुनावी इस्तेमाल को लेकर बीजेपी पर हमला बोल रहा है.
विपक्ष ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
एक तरफ पुलवामा के बाद जहां बीजेपी राष्ट्रवाद के मुद्दे पर आगे बढ़ रही थी, तो वहीं विपक्ष में कई आवाज़ें ऐसी भी सुनाई दीं जहां नेताओं ने मोदी सरकार पर ही पुलवामा का आरोप मढ़ दिया. जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्ला ने भी कई बार कहा कि पुलवामा की जांच होनी चाहिए.
तभी से पुलवामा भारतीय राजनीति के केंद्र में था और आज जब मतदान हो रहा है तो वोटर हंसी-खुशी बड़ मात्रा में वोट डालने निकले हैं. आपको बता दें कि पुलवामा अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र में आता है, जहां पर 2014 में ही उपचुनाव होने थे लेकिन सुरक्षा कारणों की वजह से नहीं हो पाए थे. इस बार भी कई चरणों में वहां मतदान पूरा किया जा रहा है.
दरअसल, अनंतनाग लोकसभा देश की सबसे बड़ी सीटों में से एक है. इस क्षेत्र में त्राल, शोपियां, देवसर, पंपोर, नूराबाद, डोरु, पहलगाम, वाची, पुलवामा, कुलगाम, कोकरनाग, बिजबेहारा, राजपोरा, होमशालीबुग, शानगुस, अनंतनाग जैसे छोटे-बड़े गांव और कस्बे आते हैं. यहां मतदाताओं की संख्या 13 लाख से अधिक है.