- समानता एक कल्पना लेकिन इसे गवर्निंग सिद्धांत रूप में स्वीकार करना होगा
- वक्ताओं ने बाबा साहब के जीवन पर डाला प्रकाश
@अनुराग गुप्ता
बहराइच। नगर के कचहरी रोड स्थित अंबेडकर पार्क परिसर में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी का परिनिर्वाण दिवस कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सामाजिक समरसता के प्रांतीय संयोजक और वरिष्ठ प्रचारक श्री राज किशोर रहे जबकि मंच का संचालन धनंजय सिंह एडवोकेट ने किया।
बाबा साहब के जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए मुख्य अतिथि ने उपस्थित समूह के मध्य कहा कि डॉक्टर भीमराव रामजी अंबेडकर का चिंतन व उसका क्रम बहुत ही विशाल है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक श्रीमान अजय जी भाई साहब ने बाबा साहब के जीवनी के महत्व को बताते हुए कहा कि महापरिनिर्वाण दिवस भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता और सामाजिक समानता के प्रणेता डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर की पुण्यतिथि के रूप में मनाया जाता है। दलितों और अन्य हाशिए के समुदायों के अधिकारों के प्रबल समर्थक माने जाने वाले डॉ. अंबेडकर का परिनिर्वाण 1956 में हुआ था। इस वर्ष 69वां महापरिनिर्वाण दिवस मनाया जा रहा है, जिसमें देश भर में श्रद्धांजलि और समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाबा साहब कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन विश्वविद्यालय दोनों से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी। भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने और सामाजिक न्याय के लिए अभियान चलाने में उनका नेतृत्व लाखों लोगों को प्रेरित करता है। उनका मुख्य वाक्य था की समानता एक कल्पना हो सकती है, लेकिन फिर भी इसे एक गवर्निंग सिद्धांत रूप में स्वीकार करना होगा। इस अवसर पर कृष्ण कुमार मिश्रा ,अजीत कुमार सिंह ,मनोज कुमार ,उदय ,सुंदरलाल जयप्रकाश सैकड़ो की संख्या में स्वयंसेवक बंधु उपस्थित रहे।