एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की गाड़ी पर गुरुवार को दिल्ली-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के छिजारसी टोल प्लाजा पर दो शख्स ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। ओवैसी की गाड़ी में गोली के निशान भी देखे गए। अपने वाहन पर हमले पर एआइएमआइएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं मौत से नहीं डरता। मुझे जेड श्रेणी की सुरक्षा नहीं चाहिए, मैं इसे अस्वीकार करता हूं। मुझे ‘ए’ श्रेणी का नागरिक बना दो। मैं चुप नहीं रहूंगा। कृपया इस घटनाक्रम पर न्याय करें। उन आरोपियों को यूएपीए के साथ चार्ज किया जाए। साथ ही उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि नफरत और कट्टरता को खत्म की जाए।
शुक्रवार को ओवैसी ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया कि स्पीकर ने कल मुझे फोन किया और मेरा हालचाल पूछा। उन्होंने कहा कि उन्हें पुलिस ने बताया कि दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि घटना पर रिपोर्ट मांगी गई है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर मैं आज स्पीकर से बात करूंगा। इस बीच, केंद्र सरकार ने ओवैसी की सुरक्षा की समीक्षा की है और उन्हें तत्काल प्रभाव से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की जेड सुरक्षा प्रदान की है। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है। इसके पहले एआइएमआइएम प्रमुख ने बताया कि उनके साथ ये सब कुछ एक साजिश के साथ किया गया है। इस साथ ही उन्होंने इस मामले की स्वतंत्र जांच के लिए चुनाव आयोग से मांग की है।
दो आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
बता दें कि ओवैसी के काफिले पर फायरिंग करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, उन्होंने पूछताछ के दौरान कहा है कि वे ओवैसी की एक विशेष धर्म के खिलाफ टिप्पणी से आहत थे। ओवैसी ने कल रात अपनी सफेद एसयूवी पर दो गोली के निशान दिखाते हुए फोटो ट्वीट की थी। तीसरी गोली एक टायर में लगी थी। सांसद ने कहा कि उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ है और वे दूसरी कार में वहां से चले गए।
ओवैसी और उनके भाई के टिप्पणियों से नाराज थे हमलावर
आरोपियों में से एक नोएडा का रहने वाला सचिन है, जिस पर पहले भी हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है। जबकि उसने दावा किया है कि उसके पास कानून की डिग्री है, पुलिस इसकी पुष्टि कर रही है। पुलिस ने कहा कि अपने फेसबुक प्रोफाइल में सचिन का कहना है कि वह एक हिंदू दक्षिणपंथी संगठन का सदस्य है, उन्होंने कहा कि वे दावे की जांच कर रहे हैं। दूसरा आरोपी सहारनपुर का रहने वाला शुभम है, जिसका कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है। पुलिस के अनुसार, दोनों ने पूछताछ के दौरान उनसे कहा कि वे ओवैसी और उनके भाई और विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी की टिप्पणी से नाराज हैं।