राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं को असम पुलिस ने भेजा समन..

गुवाहाटी (आरएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को असम पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने समन जारी किया है। उन पर भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान गुवाहाटी में सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने का आरोप है।इस मामले में असम सीआईडी ने कांग्रेस विधायक जाकिर हुसैन सिकदर और गुवाहाटी शहर इकाई के महासचिव रमन कुमार शर्मा को भी समन जारी किया है।उन्हें 23 फरवरी सुबह 11:00 बजे पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, असम में 23 जनवरी को न्याय यात्रा के दौरान राहुल और अन्य नेताओं की उपस्थिति में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गुवाहाटी में पुलिस बैरिकेड तोड़ दिए थे।इस दौरान पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और झड़प में कई पुलिसकर्मी और कार्यकर्ता घायल हो गए।इसके बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के निर्देश पर राहुल समेत कई कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
पुलिस बैरिकेड टूटने के बाद भी पार्टी कार्यकर्ता गुवाहाटी शहर में दाखिल नहीं हुए क्योंकि पुलिस प्रशासन ने यात्रा को यहां से निकलने की अनुमति नहीं दी थी।घटना के बाद राहुल ने कहा था कि वह बैरिकेड तोड़ सकते हैं, लेकिन कानून नहीं तोड़ेंगे। इसके बाद यात्रा गुवाहाटी के राष्ट्रीय राजमार्ग-27 पर स्वीकृत मार्ग से आगे बढ़ी।इस पूरे प्रकरण को मुख्यमंत्री सरमा ने नक्सली शैली की संज्ञा दी और मामले में एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था।


मुख्यमंत्री सरमा के पास गृह विभाग की जिम्मेदारी है।उन्होंने दावा किया था कि असम के लोगों को भड़काने के आरोप में राहुल सहित अन्य कांग्रेस नेताओं को लोकसभा चुनाव के बाद गिरफ्तार किया जाएगा क्योंकि वह चुनाव से पहले इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहते।उन्होंने कहा था कि इस घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया जाएगा और इसके बाद मामला सीआईडी को सौंप दिया गया।
असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस मामले की जांच अभी जारी और सीआईडी ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 41ए के तहत सभी को नोटिस जारी किए हैं और मामले में अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।पुलिस स्नढ्ढक्र में राहुल के अलावा केसी वेणुगोपाल, जितेंद्र सिंह, जयराम रमेश, श्रीनिवास बीवी, कन्हैया कुमार, गौरव गोगोई, भूपेन कुमार बोरा, देबब्रत सैकिया समेत कई अन्य कांग्रेस नेताओं के नाम भी शामिल हैं।


21 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश से लगे सीमावर्ती इलाके से होकर न्याय यात्रा असम के लखीमपुर पहुंची थी। तब मुख्यमंत्री सरमा ने कहा था कि यात्रा के दौरान अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में हिंसा भड़क सकती है।इसके बाद पुलिस प्रशासन ने यात्रा को मुख्य मार्गों से जाने की अनुमति नहीं दी।बता दें कि राहुल के नेतृत्व में भारत जोड़ो न्याया यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई है और 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी।

Like us share us

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *