बाँदा। सदर तहसील से लगे ग्राम चक-चटगन निवासी पुन्ना उम्र 60 वर्ष की मौत के मामले पर स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने खुलासा कर दिया है। बीते रविवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति अनुसार सीओ यातायात अजय कुमार सिंह ने बताया कि 13 जनवरी को किसान पुन्ना को खेत मे हाथ पैर बांधकर मारपीट की गई थी। उसके गुमशुदगी की खबर एवं खोजबीन होने पर साज़िश रचने वाले 4 अभियुक्तों ने 2 दिन बाद खेत मे जाकर देखा तो उक्त किसान की सांस चल रही थी। इस पर हत्यारोपी फूलचन्द्र , कैलाश, सविता व रिश्तेदार रानीबाई ने लाठियां मारकर उसकी हत्या कर दी। बतलाते चले कि पुन्ना के गायब होने की जानकारी 15 जनवरी को पुलिस मे दी गई। वहीं 18 जनवरी को पुन्ना का शव केन नदी के पास बालू मे दबा हुआ मिला था। पुन्ना की जानकारी जानकी ने पुलिस को दी थी।
जानकारी देते हुए सीओ अजय प्रताप सिंह ने बताया कि 13 जनवरी को पुन्ना के परिचितों ने उसको बहाने से खेत पर बुलाया था। हाथपैर बांधकर बेरहमी से उसको मारापीटा गया। पुलिस की खोजबीन पर यह लोग 15 जनवरी को पुनः खेत पर गए और किसान पुन्ना की सांस चलते देखकर उसकी लाठियों से पीटकर हत्या की गई। जानकारी मुताबिक किसान पुन्ना के एक महिला से संबंध थे, इससे दुराग्रह रखकर उक्त हत्यारोपी यह साज़िश रचे थे। उल्लेखनीय है इसमे महिला सविता पर एक केस पूर्व मे है। वहीं अभियुक्त फूलचन्द्र पहले से सजायाफ्ता है। उसको 2012 मे पत्नी की हत्या मामले मे उम्रकैद हुई थी।
व अभियुक्त कैलाश पर 2002 मे हत्या व 2009 मे गैंगस्टर एक्ट लग चुका है। सभी को हिरासत मे लेकर न्यायिक कार्यवाही के क्रम मे जेल भेजा जा रहा है।