Bareilly Health Department Denied Death of Child due to Dengue : जिले में डेंगू से एक मासूम की मौत होने का सामने आया है। भोजीपुरा निवासी 11 वर्षीय बच्ची का इलाज शहर के निजी मेडिकल कालेज में चल रहा था। हैरानी की बात है कि स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों के पास बच्चे की मौत का डेटा छह दिन बाद चढ़ सका, वो भी आइडीएसपी के सर्विलांस करने पर। अब मामले में डेंगू से मौत होने की वजह स्वास्थ्य विभाग खंगालेगा।
14 सितंबर को एसआरएमएस में हुआ था भर्ती : शहर के भोजीपुरा के गांव खंजनपुर निवासी हसरत खां के 11 साल के बेटे राशिद को बीते दिनों घर पर तेज बुखार और शरीर में तेज दर्द की शिकायत हुई। स्वजन उसे लेकर 14 सितंबर को एसआरएमएस मेडिकल कालेज पहुंचे। यहां बच्चे को भर्ती कर उसकी जांच की गई। डेंगू के लक्षण होने पर उसकी एलाइजा जांच कराई गई, जिसमें रिपोर्ट पाजिटिव आई। इसके बाद प्रबंधन ने स्वास्थ्य विभाग को सूचना देने के साथ ही बच्चे का इलाज शुरू कर दिया। 16 सितंबर को इलाज के दौरान ही बच्चे ने दम तोड़ दिया।
डेंगू के भर्ती मरीजों का रिकार्ड मांगने पर खुला राज : हैरत की बात तो यह रही कि जिले में डेंगू से ग्रसित बच्चे की मौत हो जाती है लेकिन विभागीय अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं थी। बच्चे की मौत का मामला विभागीय अधिकारियों के संज्ञान में तब आया जब मंगलवार को आइडीएसपी ने सर्विलांस के दौरान डेंगू से ग्रसित उपचाराधीन मरीजों की जानकारी मेडिकल कालेज प्रबंधन से ली। तब प्रबंधन से एक उपचाराधीन बच्चे की मौत होने की बात पता चली।
प्रबंधन ने एमओआइसी को देरी से भेजी थी रिपोर्ट : विभागीय अधिकारियों के अनुसार कालेज प्रबंधन ने बच्चे की मौत होने की रिपोर्ट संबंधित सीएचसी को दी थी। रिपोर्ट मिलने के बाद सीएचसी प्रभारी ने फौरन विभाग को रिपोर्ट के बारे में अवगत कराया। लेकिन इससे पहले ही सर्विलांस के दौरान बच्चे की मौत का खुलासा हो चुका था।
बुधवार को दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि : जिले में डेंगू से ग्रसित मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है। अब तक यहां डेंगू से ग्रसित 25 मरीज मिल चुके है। बुधवार को भी दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। सीबीगंज निवासी 22 वर्षीय सुनीता और सैनिक कालोनी निवासी 67 वर्षीय लाली राम डेंगू से ग्रसित मिले हैं।एसीएमओ डा. हरपाल सिंह ने बताया कि एसआरएमएस में भर्ती एक डेंगू से ग्रसित 11 साल के बच्चे की मौत हुई है। बच्चे ने 16 सितंबर को इलाज के दौरान दम तोड़ा था। कालेज प्रबंधन ने सूचना समय पर नहीं दी थी, सर्विलांस के दौरान बच्चे की मौत का पता चला।