केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच जारी रस्साकसी के बाद बंगाल के मुख्य सचिव अलापन बंदोपाध्याय ने सोमवार को रिटायरमेंट ले लिया। 31 मई को ही उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा था, जो तीन महीनों के लिए बढ़ाया गया था। उन्हें केंद्र सरकार ने वापस बुला लिया था, लेकिन वे नहीं गए। अब ममता बनर्जी ने उन्हें अपना विशेष सलाहकार नियुक्त किया है। साथ ही, आइएएस अफसर हरिकृष्ण द्विवेदी को मुख्य सचिव और वीपी गोपालिका को गृह सचिव नियुक्त कर दिया। सोमवार की शाम को राज्य सचिवालय नवान्न में बैठकों के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह घोषणा की और जमकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि ऐसा निर्मम प्रधानमंत्री कभी नहीं देखा।
केंद्र ने 28 मई को राज्य सरकार को पत्र लिखकर मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय को कार्यमुक्त करने का अनुरोध किया था। साथ ही, अलापन को 31 मई की सुबह 10 बजे तक दिल्ली में कार्मिक मंत्रालय में रिपोर्ट करने को कहा गया था। वहीं, ममता ने पीएम को लिखे पत्र में कहा, ‘बंगाल सरकार ऐसी मुश्किल घड़ी में अपने मुख्य सचिव को रिलीव नहीं कर सकती और न ही ऐसा कर रही है।’ ममता ने पीएम से केंद्र के इस फैसले को वापस लेने, पुनर्विचार करने और आदेश को तत्काल रद करने का अनुरोध किया है। वह सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व हुई बैठक में शामिल हुए। बैठक में यास चक्रवात और कोरोना महामारी से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक के राज्य के विभिन्न विभागों के सचिव भी शामिल हुए।
गौरतलब है कि बंगाल काडर के 1987 बैच के आइएएस अधिकारी बंद्योपाध्याय 60 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद 31 मई को रिटायर होने वाले थे। हालांकि, केंद्र से मंजूरी के बाद उन्हें तीन महीने का सेवा विस्तार दिया गया था। सेवा विस्तार दिए जाने के सिर्फ चार दिन बाद ही केंद्र सरकार ने उनकी सेवाएं मांगी। ममता सरकार से कहा गया कि अपने मुख्य सचिव को तुरंत कार्यमुक्त करे। तृणमूल कांग्रेस सरकार ने इस कदम को जबरन प्रतिनियुक्ति करार दिया है। अलापन को 31 मई की सुबह 10 बजे से पहले से केंद्र सरकार को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया था। मगर बंद्योपाध्याय की जगह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चिट्ठी केंद्र को मिली। ममता ने कहा कि ऐसे मुश्किल समय में बंगाल की सरकार अपने मुख्य सचिव को कार्यमुक्त नहीं कर सकती। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि ममता के इस रुख के बाद कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग अलापन के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है। ममता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। इससे पहले सुबह ही बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय को कार्यमुक्त करने व दिल्ली भेजने से इन्कार कर दिया था। ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बाबत पत्र लिखकर साफ कहा है कि बंगाल सरकार ऐसे मुश्किल दौर में अपने मुख्य सचिव को कार्यमुक्त नहीं कर सकती है।