उत्तर प्रदेश में सत्ता बरकरार रखने के प्रयास में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने 18वीं विधानसभा के गठन के लिए होने वाले चुनाव के लिए शुक्रवार को प्रत्याशियों की एक और सूची जारी की। भाजपा मुख्यालय से जारी की गई इस तीसरी सूची में 91 प्रत्याशियों के नाम हैं। प्रदेश में अभी भाजपा को सहयोगी दलों को भी कई सीट देनी है। प्रदेश में भाजपा की कई जिलों में लगभग एक-दो सीटों पर सस्पेंस बना है। इनमें मऊ व आजमगढ़ से लेकर बलिया तक कई सीट हैं। समाजवादी पार्टी के बाद भाजपा ने भी प्रतापगढ़ के कुंडा से निर्दलीय दबंग विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के खिलाफ प्रत्याशी उतार दिया है। सिंधुजा मिश्रा यहां पर राजा भैया को चुनौती देंगी।
आजमगढ़ में भाजपा ने दस में से छह सीटों पर उतारे प्रत्याशी
बहुजन समाज पार्टी तथा समाजवादी पार्टी के गढ़ माने जाने वाले आजमगढ़ में भाजपा ने दस विधानसभा में से नौ पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। गोपालपुर से सत्येंद्र राय, आजमगढ़ से अखिलेश मिश्र, निजामाबाद से मनोज यादव, दीदारगंज से कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा, लालगंज से नीलम सोनकर, मेंहनगर से मंजू सरोज। पुराने चेहरों में अखिलेश मिश्र गुड्डू तथा कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा हैं। वर्ष 2017 में मेंहनगर से भाजपा एवं सुभासपा गठबंधन में सुभासपा की प्रत्याशी रहीं मंजू सरोज अब भाजपा का चेहरा हैं। भाजपा ने इकलौती सीट फूलपुर-पवई से अभी किसी को उम्मीदवार नहीं बनाया है। समाजवादी पार्टी ने यहां से भाजपा विधायक अरुणकांत के पिता रमाकांत यादव को टिकट दिया है। नीलम सोनकर पहली बार विधायक बनने के लिए चुनाव लड़ेंगी। वह लालगंज सुरक्षित सीट से वर्ष 2014 में भाजपा से सांसद चुनी गईं थीं। वर्तमान में भाजपा संगठन में प्रदेश उपाध्यक्ष हैं।
बाराबंकी के हैदरगढ़ से कटा बैजनाथ रावत का टिकट
भारतीय जनता पार्टी ने बाराबंकी के हैदरगढ़ से विधायक बैजनाथ रावत का टिकट काट दिया है। उनकी जगह पर दिनेश रावत को उतारा है। इसके साथ ही तीन लोगों को दोबारा मौका मिला है। पार्टी ने बाराबंकी सदर और हैदरगढ़ से नया प्रत्याशी उतारा है। रामनगर से शरद अवस्थी, कुर्सी से साकेन्द्र प्रताप वर्मा, दरियाबाद से सतीश शर्मा, सदर से अरविंद मौर्य, हैदरगढ़ से दिनेश रावत और जैदपुर से अमरीश रावत को प्रत्याशी बनाया है।
पूर्व मंत्री अनुपमा जयसवाल को बहराइच के बहराइच सदर से प्रत्याशी बनाया गया है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी को देवरिया से प्रत्याशी घोषित किया है। सुल्तानपुर की कादीपुर सुरक्षित सीट से भाजपा ने पुराने चेहरे को तरजीह दी है। यहां से विधायक राजेश गौतम इस बार भी उम्मीदवार हैं। भारतीय जनता पार्टी की तीसरी सूची में भी लखनऊ के प्रत्याशियों के नाम नहीं है। अभी भी लखनऊ की कई सीट पर पेंच हैं। इसके साथ ही उन्नाव में विधानसभा अध्यक्ष पंडित हृदयनारायण दीक्षित की सीट पर भी अभी संशय है। दीक्षित उन्नाव की भगवंतनगर से विधायक हैं। वह नौवीं से लेकर 12वीं विधानसभा के गठन में लगातार चुनाव जीते, इसके बाद उनको 2017 में सफलता मिली।