पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार पर लगातार आक्रामक रहे हैं। डेढ़ वर्ष तक पूरी तरह चुप्पी साधे रखने के बाद अब पिछले दो-तीन माह से सिद्धू एकदम सक्रिय हो गए हैं। इंटरनेट मीडिया के जरिये सिद्धू कैप्टन सरकार की कार्यप्रणाली पर लगातार प्रहार कर रहे हैं। चर्चाएं चलती रही हैं कि नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिह के विवाद को समाप्त करने के लिए कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व बड़ा कदम उठा सकता है। वहीं, जब इस संबंध में पत्रकारों ने कैप्टन से सिद्धू के बारे में पूछना चाहा तो उन्होंने कहा, ”मैं सिद्धू पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, मैं यहां पार्टी को मजबूत करने आया हूं।”
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पिछले दिनाें ही सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगा था, लेकिन पहले उन्हें समय नहीं मिल पाया था। अब सोनिया गांधी ने उन्हें समय दिया। कैप्टन अमरिंदर सिंह सोनिया गांधी के निवास पर उनसे मुलाकात कर चुके हैं। पंजाब कांग्रेस में अंतर्कलह के बीच यह पहला मौका है जब सोनिया गांधी पंजाब के किसी नेता से मिली हैं। इससे राहुल गांधी पंजाब के नेताओं के साथ कई दौर की बैठकें कर चुके हैं।बताया जा रहा है कि इस मुलाकात में सोनिया गांधी पार्टी की खींचतान को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के समक्ष फार्मूला रखा। बता दें, सोनिया गांधी ने कैप्टन को समय नवजोत सिंह सिद्धू की 30 जून को राहुल गांधी के साथ बातचीत के बाद दिया है।
चंडीगढ़। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने के लिए उनके निवास स्थान पर पहुंचे। कैप्टन अमरिंदर ने पंजाब कांग्रेस के अंतर्कलह पर सोनिया गांधी के समक्ष अपना पक्ष रखा। अब सबकी निगाहें इस बात पर लगी हैं कि पूरे मामले पर दोनों की बैठक के बाद पार्टी नेतृत्व क्या कदम उठाता है। पार्टी या सरकार में नवजोत सिंह सिद्धू की क्या भूमिका होगी। पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, ”मैं कांग्रेस अध्यक्षा से मिलने आया था। पार्टी के आंतरिक मामलों, पंजाब के विकास के मुद्दे पर चर्चा हुई। जहां तक पंजाब की बात है तो वह जो भी फैसला लें, हम उसके लिए तैयार हैं। हम आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।” कैप्टन व सोनिया गांधी की यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है।