भाजपा ने दलितों-पिछड़ों और महिलाओं को दिया प्रतिनिधित्व, सपा-बसपा और कांग्रेस ने ठगा: डॉ. निर्मल
-प्रदेश की नई टीम में महिलाओं और युवाओं को सबसे अधिक दी गई तरजीह
लखनऊ, (आरएनएस )। अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल ने सोमवार को कहा कि भाजपा ने प्रदेश पदाधिकारियों की नई टीम में दलितों-पिछड़ों और महिलाओं की भागीदारी को और भी मजबूत किया है।
जबकि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने हमेशा दलितों और पिछड़ों को ठगने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के परिवारवाद से प्रदेश की जनता परेशान है। समाजवादी पार्टी को वोट तो दलितों-पिछड़ों और महिलाओं का चाहिए। लेकिन, राज्यसभा और लोकसभा में उनके परिवार के लोग और पैसे वाले ही जाएंगे। यह लोहिया का समाजवाद नहीं, बल्कि अखिलेश यादव का परिवारवाद है। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने 41 पदाधिकारियों की घोषणा की है। इस टीम में महिलाओं और युवाओं को सबसे अधिक तरजीह दी गई है। जातीय समीकरण को संतुलित और सभी की भागीदारी को सुनिश्चित करते हुए पिछड़ी जातियों के 12 पदाधिकारी बनाए गए हैं। 8 दलित पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। दलितों को राजनीति में भाजपा ही भागीदारी दे रही है, अन्य राजनीतिक दल केवल वोट लेने का काम करते हैं। देश की आधी आबादी को लेकर डॉ. निर्मल ने कहा कि आज महिलाएं राज्यपाल, उपराज्यपाल और विश्वविद्यालयों में कुलपति बन रही हैं। ऐसे में महिलाओं को केवल जाति और परिवार में जकड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। भाजपा संगठन में इस बार 10 महिलाएं महामंत्री, उपाध्यक्ष और मंत्री के पदों पर हैं। महिलाओं को संगठन में 25 फीसदी हिस्सेदारी दी गई है। यह भाजपा की ओर से महिलाओं का सम्मान है। समाजवादी पार्टी में जहां डिम्पल यादव, बसपा में खुद मायावती और कांग्रेस में सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ही महिला नेता के तौर पर दिखायी देती हैं। भाजपा में जातिवाद न होने और सबका साथ सबका विकास होने की बात करते हुए डॉ. निर्मल ने कहा कि राजनीति में आज भी कांग्रेस-सपा और बसपा जातीय जहर घोलने का काम कर रही हैं। भाजपा ने हाशिए के समाज का सम्मान किया है। इसका नतीजा 2022 के विधानसभा चुनाव में दिखाई देगा।