बिजली संकट से जूझ रहे प्लांट को कोयला की आपूर्ति करने को जा रही लांग हाल मालगाड़ी सुलतानपुर लखनऊ रेलखंड पर गुरुवार सुबह दो हिस्सों में बंट गयी। मालगाड़ी का अगला हिस्सा दो किलोमीटर आगे निकल गया। लोको पायलट का गार्ड से संपर्क कटते ही उसने देखा तो मालगाड़ी दो हिस्सों में बंटी हुई थी। कड़ी मशक्कत के बाद लोको पायलट ने अगले हिस्से को वापस लाकर जोड़ा। डिब्बों को जोड़ने में करीब एक घंटे बाद मालगाड़ी लखनऊ की ओर रवाना हो सकी।
झारखंड से दो माल गाड़ियों को जोड़कर 116 वैगन के साथ लांग हाल बनाकर इसे लखनऊ के रास्ते हरियाणा के सिधराना की ओर भेजा गया। इन वैगन में कोयला लदा था जिसे इंदिरा गांधी थर्मल प्लांट को भेजा जा रहा था। माल गाड़ी सुबह करीब सवा नौ बजे लखनऊ से करीब 20 किलो मीटर दूर गोसाईगंज इलाके के रहमतनगर व अनूप गंज रेलवे स्टेशन के बीच पहुंची तो यह दो हिस्सों में बंट गई। पिछला हिस्सा गेट नंबर 184 के पास ही रहा गया। जबकि आधी माल गाड़ी गेट नंबर दो किलोमीटर दूर गेट नंबर 186 पर पहुंच गई।मालगाड़ी दो हिस्से में बंटते ही अप लाइन पूरी तरह बंद हो गई। लोको पायलट और गार्ड का संपर्क टूट गया। इसकी सूचना गार्ड ने कंट्रोल रूम को भी दी। कंट्रोल रूम की सूचना पर दोनों ही स्टेशनों पर तैनात कर्मचारी मौके पर पहुंचे। उनकी मदद से अगले हिस्से को पीछे की तरफ वापस लाया गया। माल गाड़ी को जोड़ने में एक घंटे लग गए। करीब सुबह 10:30 बजे माल गाड़ी लखनऊ की ओर रवाना हो सकी। हालांकि इस हादसे में सुबह का समय होने के कारण ट्रेनों के संचालन पर असर नहीं पड़ा। वहीं कपलिंग जुड़ने के बाद मालगाड़ी को प्राथमिकता के आधार पर हरियाणा की ओर भेजा गया। जिससे थर्मल प्लांट को जल्द से जल्द कोयला मिल सके।