बाँदा। आज जिलाधिकारी बाँदा श्री नगेन्द्र प्रताप ने जनपद के किसानों से अपील की है कि वह भारत सरकार की योजना के अन्तर्गत जल्दी से जल्दी अपनी फार्मर रजिस्ट्री करा ले। यह किसान सम्मान निधि के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि उनकी किसान सम्मान निधि की किश्त न रूके इसलिए यह आवश्यक है। बतलाते चले कि भारत सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की जनवरी माह में प्राप्त होने वाली धनराशि के लिये लाभार्थी किसान की फार्मर रजिस्ट्री अनिवार्य कर दी है। किसी भी किसान को बिना फार्मर रजिस्ट्री कराये सम्मान निधि का पैसा भारत सरकार द्वारा लाभार्थी के बैंक खाते में नहीं भेजा जायेगा। 1 जनवरी, 2025 से सम्मान निधि के नये आवेदनों के लिये भी फार्मर रजिस्ट्री अनिवार्य कर दी गई है।
आंकड़ों पर गौर करें तो बाँदा जनपद मे कुल 198103 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री होनी है। इसके पश्चात शेष सभी किसानों की रजिस्ट्री का कार्य पूर्ण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि किसान सम्मान निधि पाने वाले किसान लाभ से वंचित न हो सकें इसलिए यह ज़रूरी है। जिलाधिकारी ने बताया कि किसान रजिस्ट्री पूर्व में निर्गत किसान बही का ही एक इलेक्ट्रानिक रूप है। जिसके माध्यम से भविष्य में किसानों को अनुमन्य सुविधायें पारदर्शी तरीके से मुहैया कराना सम्भव हो सकेगा। संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि फार्मर रजिस्ट्री कराने वाले किसानों को न केवल किसान सम्मान निधि, किसान केडिट कार्ड, फसल बीमा, राहत आयुक्त द्वारा प्रदत्त राहत धनराशि सहित धान एवं गेहूँ कय केन्द्रों पर उपज बिकी में सहूलियत होगी। वहीं भविष्य में रसायनिक उर्वरकों का वितरण किसान आईडी के माध्यम से ही किया जा सकेगा।
बैठक मे जानकारी दी गई कि जिलाधिकारी बाँदा द्वारा प्रतिदिन रात्रि 8:00 बजे समस्त उप जिलाधिकारियों, उप कृषि निदेशक एवं जिला पंचायतराज अधिकारी के साथ बैठक कर इसकी प्रगति की समीक्षा की जा रही है। साथ ही उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों के साथ-साथ सभी लेखपालों, सभी खण्ड विकास अधिकारियों तथा उनके पंचायत सहायक, कृषि विभाग के अधिकारी / कर्मचारी तथा जनपद के सभी जन सुविधा केन्द्रों को जल्दी से जल्दी फार्मर रजिस्ट्री का कार्य पूर्ण करने हेतु लगाया गया है।
ज़िले के किसान अपनी फार्मर रजिस्ट्री दो तरीकों से करा सकते हैं। वे या तो जन सुविधा केन्द्र पर अथवा गाँव में लगने वाले कैम्प मे जाए,जिसके लिये उनका मोबाइल, आधार कार्ड एवं खतौनी आवश्यक है। अथवा किसी भी जनसुविधा केन्द्र / कैम्प में जाकर फार्मर रजिस्ट्री की प्रकिया में उनके मोबाइल पर आये ओटीपी को बताना होगा, जिसके बाद प्रकिया पूर्ण होगी।
वहीं ग्राम स्तर पर इस कार्य को पूर्ण करने के लिये ग्राम प्रधान, लेखपाल, कोटेदार, पंचायत सहायक, कृषि सहायक एवं कृषि सखी को जिम्मेदारी सौंपी गयी है, जिसके तहत किसान भाई इनसे सम्पर्क कर सकते हैं। इसके अलावा जनपद के सभी जन सुविधा केन्द्रों द्वारा प्रतिदिन की जाने वाली प्रगति से अवगत कराने के लिये कहा गया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर सभी ग्रामों में डिग्गी पिटवाकर इसकी मुनादी भी करायी जा रही है।