रोजगार दिवस सृजित कर प्रवासी एवं स्थानीय श्रमिकों को दिया जा रहा रोजगार :जिलाधिकारी
अयोध्या !(आरएनएस ) भारत सरकार के महत्वकांक्षी योजना गरीब कल्याण रोजगार अभियानश् के तहत कोविड-19 संक्रमण काल में बड़े पैमाने पर रोजगार प्रदान करने हेतु जिला प्रशासन दृढ़ संकल्प हैस जिला प्रशासन का प्रयास है कि स्थानीय श्रमिकों के साथ-साथ बाहर से आए हुए हर श्रमिकों के हाथों को नियमित रूप से काम मिलता रहे और वह अपने परिवार के सदस्यों सहित माता-पिता की देखभाल उचित तरीके से कर सके इसी के तहत पंचायत राज विभाग के योजना अंतर्गत जनपद में एक साथ 386 पंचायत भवन व 804 सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य प्रारंभ करा दिया गया है। पंचायत भवन के निर्माण में 26620 मानव दिवस तथा सामुदायिक शौचालय के निर्माण में 3 लाख 61 हजार 800 दिनों का मानव दिवस सृजित कर कुल 3 लाख 88 हजार 420 दिनों का रोजगार श्रमिकों को उनके गांव के निकट उपलब्ध कराया जा रहा है! उच्चाधिकारियों द्वारा समय-समय पर उनके पारिश्रमिक का भुगतान हो रहा है या नहीं इसकी समीक्षा नियमित रूप से की जा रही है। उक्त जानकारी देते हुए जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि जनपद के ग्राम पंचायतो में ग्राम निधि की धनराशि अवशेष पड़ी थी, जिसका सदुपयोग समय से नहीं हो पा रहा था कोविड-19 संक्रमण काल में हर हाथों को काम मिले को ध्यान में रखते हुए ग्राम निधि में पड़ी धनराशि से पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालय का निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है जिला अधिकारी ने आगे बताया कि जनपद में 386 ग्राम पंचायतों के भवन के निर्माण की स्वीकृति शासन से प्राप्त हो गई है साइड सिलेक्शन किया जा चुका है, साथ ही तकनीकी स्वीकृतिया भी प्राप्त हो गई हैं और चूना डाल कर ले आउट कराया जा रहा है 11 पंचायत भवनों का फाउन्डेशन तक का कार्य पूर्ण हो चुका है अब तक 897 दिन का रोजगार प्रदान किया जा चुका है उन्होंने आगे बताया कि 50 करोड़ 79 लाख की लागत से 386 पंचायत भवनों का निर्माण होगा जिससे 26620 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा इसी प्रकार-804 सामुदायिक शौचालय का का निर्माण ग्राम सभाओं में कराया जा रहा है। जिसकी लागत 7 करोड़ 27 लाख 21 हजार 800 रुपए होगी, और इससे प्रति सामुदायिक शौचालय के निर्माण से 450 दिनों का मानव दिवस की दर से कुल 3 लाख 61 हजार 800 रोजगार दिवस सृजित होगा स इस कार्य से ग्रामों के वे परिवार जिनके यहां अभी भी शौचालय नहीं बने हैं, यह किन्ही कारणों से वे अपने शौचालय का का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं, ऐसी स्थिति मे वे सभी सामूहिक शौचालय का उपयोग करके अपने ग्रामों को स्वच्छ बनाने में सहयोग प्रदान करेंगे। इससे प्रधानमंत्री के स्वच्छ ग्राम-स्वच्छ वातावरण की सोच को बल मिलेगा तथा ग्रामीण वातावरण स्वच्छ व निर्मल बनेगा।