अपर मुख्य चिकित्साधिकारी की ओर से भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर यह रिपोर्ट हुई है। अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ धोखाधड़ी, महामारी अधिनियम और साजिश रचने और आपदा प्रबंधन की धाराओं में एफआईआर लिखी गई है। अस्पताल के खिलाफ नेहा भट्ट ने शिकायत की थी, जिसके बाद एसडीएम सदर, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, उप मुख्य चिकित्साधिकारी तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिनहट के अधीक्षक को जांच के निर्देश दिए गए थे।

.मरीज से अत्यधिक वसूली के आरोप में मेयो अस्पताल के खिलाफ गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने जांच के निर्देश दिए थे। इसके बाद जांच टीम गठित की गई थी। जांच रिपोर्ट में अस्पताल प्रबंधन की ओर से वसूली के आरोपों की पुष्टि हुई। इसके बाद निदेशक, संचालक-प्रबंधक मेयो मेडिकल सेन्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। गौरतलब है कि इससे पहले मैक्वेल, जेपी और देविना अस्पतालों पर मरीजों से वसूली के गंभीर आरोप लगे थे।
इसके बाद तीनों अस्पतालों पर एफआइआर दर्ज की गई थी। प्रभारी अधिकारी रोशन जैकब ने 12 मई को अस्पताालों में जाकर जांच के बाद वसूली के आरोप को सही पाने पर तीनों अस्पतालों के खिलाफ सीएमओ को रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश दिया था। तीनों ही अस्पतालों पर मरीजों से वसूली के गंभीर आरोप हैं। आक्सीजन के नाम पर ही अस्पतालों ने लाखों रुपये वसूले। थे। यही नहीं, दवाइयों और दूसरे मदों में सरकार की ओर से जो धनराशि निर्धारित की गयी है उससे कई गुना पैसे लिए गए थे।