
कोरोना महामारी से निपटने के लिए जी-20 समूह वैश्विक अर्थव्यवस्था में 5000 अरब डॉलर के योगदान देगा । कोरोना के वैश्विक प्रभाव के चलते वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आयोजित इस बैठक को प्रधानमंत्री मोदी ने भी संबोधित किया । प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में वैश्विक समृद्धि और सहयोग में लक्ष्य परिवर्तन की बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा अब हमारा लक्ष्य आर्थिक न होकर मानव केंद्रित होना चाहिए ।
उन्होंने मौजूदा दौर की चुनौतियों के लिए नए आपदा प्रबंधन (डिजास्टर मैनेजमेंट)प्रोटोकाल कार्यप्रणाली विकसित करने की आवश्यकता पर जोर देने की बात की ।उन्होंने कहा कि नई वैश्विक आपदा के मद्देनजर विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसे संगठनों की मजबूती पर त्वरित और विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ।
इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतीन, सऊदी अरब के शाह सलमान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये वार्ता की ।गौरतलब है कि जी- 20 इस बार बैठक की अध्यक्षता कर रहा है। सऊदी अरब के शाह सलमान ने कहा कि कोरोना से उत्पन्न वैश्विक संकट से निपटने के लिए समूह के देश प्रभावी और समन्वित कार्रवाई करें ।
चीनी राष्ट्रपति ने जहां जी20 देशों से शुल्क कटौती का आग्रह किया तो वहीं भारत ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को मजबूत करने की बात की । बैठक में जी20 देशों के सदस्य देशों के अलावा स्पेन ,सिंगापुर,स्विट्ज़रलैंड, जोर्डन व संयुक्त राष्ट्र और वर्ड बैंक जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी भाग लिया ।