मथुरा।(आरएनएस) भारतीय किसान यूनियन टिकैत के महानगर अध्यक्ष पवन चतुर्वेदी ने टीम के साथ मांट विधानसभा के गांव खेरिया पोस्ट नीमगांव में पंद्रह सौ बीघा जमीन में हुए जलभराव के कारण बर्बाद हुई फसल का टीम के साथ निरीक्षण किया। इसकी रिपोर्ट वह जिलाध्यक्ष राजकुमार तौमर को सौंपेंगे। जिसके बाद भाकियू पीडित किसानों के हक मंे आंदोलन की रणनीति तैयार करेगी। पवन चतुर्वेदी ने कहाकि किसानों पर चैतरफा मार पड रही है। एक तरफ उन्हंे उनकी उपच का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है दूसरी ओर सरकारी विभागों की लापरवाही किसान पर भारी पड रही है। सिंचाई विभाग भी इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहा। ग्रामीणों के शिकायत करने पर भी सिंचाई विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया न ही किसानों की सुध ली। गांव के किसानों ने बताया कि कुढवारा माइनर को शेरनी माइनर से जोड़ा जाए तभी ही किसानों की फसल बर्बादी से बच सकती हैं। गांव घासोरा नीमगांव और खेरिया इस समस्या से ज्यादा पीड़ित हैं सड़क के ऊपर पानी उतर रहा है जिससे राहगीरों को निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सड़क गड्ढे में तब्दील हो चुकी है ऊपर से बारिश का पानी किसानों की कमर तोड़ रहा है। जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधि कुंभकरण की नींद सोए हुए हैं। जिससे इन गांवों के किसान बर्बादी के कगार पर हैं। उन्होंने कहाकि जल्दी ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता जिला प्रशासन के खिलाफ जन आंदोलन को बाध्य होंगे। इस मौके पर किसान नेता रवि पचेरा बाबा चैधरी एदल सिंह कुंवर पाल सिंह सुखपाल सिंह आदि किसान मौजूद थे।