कोरोना महामारी की दूसरी लहर भारत में भयावह रूप लेती जा रही है। इस लहर ने पूरे देश को अपनी जद में ले लिया है। कोई राज्य या जिला इससे अछूता नहीं है। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर कोई व्यक्ति कोरोनावायरस से संक्रमित हो जाता है और उसे अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत पड़ जाती है। साथ ही मेडिकल इंश्योरेंस नहीं है तो इलाज का खर्च कहां से तत्काल मैनेज किया जा सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पैसे की यकायक जरूरत पड़ने पर कई तरह के स्रोतों से पैसे जुटा सकते हैंः
Optima Money Managers के फाउंडर/ सीईओ पंकज मठपाल ने कहा कि अगर कोई ऐसी परिस्थिति आ जाती है तो सबसे पहले क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना चाहिए। जहां भी संभव हो आप क्रेडिट कार्ड स्वैप करके पेमेंट कर सकते हैं क्योंकि इसमें बिल्कुल समय व्यर्थ नहीं होता। इसके साथ ही आपको भुगतान के लिए काफी समय मिल जाता है। इसके अलावा अगर आपको कैश चाहिए तो आप क्रेडिट कार्ड पर लोन ले सकते हैं। टैक्स एंड इंवेस्टमेंट एक्सपर्ट बलवंत जैन कहते हैं कि कोरोना महामारी के जद में आने के बाद आप अगर आपको तत्काल ज्यादा पैसे की जरूरत पड़ती है तो सबसे पहले इमरजेंसी फंड का इस्तेमाल कीजिए। अगर कोई इमरजेंसी फंड नहीं है तो आप पीपीएफ अकाउंट से लोन ले सकते हैं या आंशिक निकासी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पीपीएफ अकाउंट के तीन साल पुराने होने के बाद आप लोन ले सकते हैं। वहीं पांच साल पुराना होने के बाद आप आंशिक निकासी कर सकते हैं।